(Pi Bureau)
उत्तर प्रदेश में आपदाओं से निपटने के लिए अब एसडीआरएफ के साथ-साथ बड़ी संख्या में प्रशिक्षित वर्क फोर्स को तैयार किया जा सकेगा। इसके लिए योगी सरकार ने गुरुवार को प्रदेश के पहले राज्य इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के प्रशिक्षण केंद्र ‘राहत गुरुकुलम’ का शुभारंभ कर दिया है। इस अत्याधुनिक केंद्र के माध्यम से एसडीआरएफ के साथ ही प्रदेशभर के आमजनमानस को भी आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इसके जरिये प्रदेश में आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित लोगों की पूरी फौज तैयार की जाएगी ताकि आपदा से होने वाली जनहानि और धनहानि को न्यूनतम किया जा सके। बता दें कि योगी सरकार प्रदेश में आपदाओं के कारण होने वाली जनहानि को न्यूनतम करने के लिए काफी संवेदनशील है। इसी के तहत योगी सरकार ने राहत विभाग को खुद का प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिये थे।
आपदा से पहले की तैयारी, बचाव व जागरूकता पर होगा फोकस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप गुरुवार को देवा रोड चिनहट स्थित मंडलीय राजस्व प्रशिक्षण केन्द्र में राज्य इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में ‘राहत गुरुकुलम्’ का शुभारंभ किया गया। इसका शुभारंभ मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने किया। प्रदेश में आपदाओं से होने वाली क्षति, राहत वितरण तथा उनकी माॅनिटरिंग राहत आयुक्त कार्यालय के राज्य इमरजेंसी ऑपरेशन सेन्टर से ही की जाती है। आपदाओं के न्यूनीकरण के लिए विभिन्न विभागों, संस्थानों, अन्य स्टेकहोल्डर्स को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण देने के लिए अभी तक विभाग का अपना कोई स्थायी प्रशिक्षण केंद्र नहीं था।
सीएम योगी के निर्देश पर आत्याधुनिक प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में अब राहत गुरुकुलम का शुभारंभ किया गया है। इस प्रशिक्षण केंद्र में 1 कान्फ्रेंस रूम, 2 प्रशिक्षण कक्ष, 1 आडिटोरियम तथा 8 अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था है। इतना ही नहीं, केंद्र में आधुनिक उपकरणों से लैस कम्प्यूटर लैब की भी स्थापना की गई है। इसके जरिये आपदाओं से पहले की तैयारी, बचाव व जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियाें का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि समय रहते आपदा के लिए तैयार किया जा सके और जनहानि को कम से कम किया जा सके।
आपदा प्रबंधन की दिशा में सकारात्मक पहल
कार्यक्रम में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रबंधन व न्यूनीकरण की दिशा में ‘राहत गुरुकुलम्’ अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ऋषि मुनि गुरुकुल में शिक्षा प्रदान करते थे, उसी तरह इस राहत गुरुकुलम के जरिये उसी पद्धति के अनुरूप आधुनिक तकनीकों से आमजनमानस को आपदाओं से सुरक्षित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अपर मुख्य सचिव, राजस्व सुधीर गर्ग ने कहा कि राहत गुररुकुलम् राहत आयुक्त की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इस केन्द्र के माध्यम से राहत आयुक्त कार्यालय व राजस्व विभाग द्वारा बेहतर आपदा प्रबंधन करते हुए आपदाओं के न्यूनीकरण की दिशा में सकारात्मक और ठोस पहल की जा रही है। कार्यक्रम में राहत आयुक्त जीएस नवीन, विशेष सचिव राजस्व राम केवल, राहत परियोजना निदेशक अदिति उमराव आदि उपस्थित थे।