(Pi Bureau)
उत्तर प्रदेश ने पांच करोड़ से भी अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जाने का आंकड़ा पार कर लिया है। पिछले एक साल में यूपी में इस योजना के अंतर्गत 2.80 करोड़ से भी अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में आयुष्मान कार्ड बनाने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है।
देश में आयुष्मान भवः अभियान चलाया जा रहा है, इसके अंतर्गत प्रदेश में 17 सितंबर 2023 से अब तक आठ माह में 1.94 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। जोकि इस अभियान के तहत बनाए गए आयुष्मान कार्ड की संख्या के आधार पर पूरे देश में सर्वाधिक हैं। स्टेट एजेंसी फॉर कांप्रीहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विसेज (सचीज) की सीईओ संगीता सिंह ने बताया कि पांच करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाना प्रदेश सरकार के अधीन कार्यरत स्टेट हेल्थ एजेंसी की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस योजना में पूर्व में औसतन प्रतिदिन भर्ती मरीजों की संख्या दो हज़ार थी, जो की बढ़कर प्रतिदिन औसतन लगभग आठ हजार हो गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में योजना के लाभार्थियों के उपचार के लिए 5000 से अधिक निजी व सरकारी अस्पतालों को सूचीबद्ध किया गया है। इनमें सामान्य बीमारियों से लेकर कैंसर, हृदय रोग, अंग प्रत्यारोपण जैसी गंभीर बीमारियों का भी उपचार होता है। प्रदेश इसमें आगे भी बेहतर करेगा और स्वास्थ्य सूचकांकों में नियमित सुधार भी करेगा।
एक नज़र आंकड़ों पर
– प्रदेश में योजनाओं से आच्छादित कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या – 1,80,47,024
– प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से आच्छादित कुल लाभार्थी परिवारों की संख्या – 1,31,23,662
– मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान, उत्तर प्रदेश भवन व अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड व अंत्योदय अन्न योजना – 49,23,362
– प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में रजिस्टर्ड कुल चिकित्सालयों की संख्या – 5,351
– सरकारी चिकित्सालय: 2,795
– निजी चिकित्सालय: 2,556
– कुल लाभार्थी की संख्या: 34,81,252
– अब तक बनाये गए कुल आयुष्मान कार्डः 5,00,17,920
सीएम योगी ने प्रदेश वासियों को दी बधाई
प्रदेश वासियों को बधाई! सीएम योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश अपने 5 करोड़ नागरिकों को आयुष्मान कार्ड का ‘सुरक्षा कवच’ प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। यह उपलब्धि ‘नए उत्तर प्रदेश’ में पात्र जन तक योजनाओं की शत-प्रतिशत पहुंच को सुनिश्चित करने के हमारे संकल्प की एक झांकी है। ‘नए उत्तर प्रदेश’ में धनाभाव के कारण कोई निर्धन इलाज से वंचित न रहे, यह डबल इंजन सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।