(Pi Bureau)
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली सरकार में मंत्री रहे सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. तिहाड़ जेल में बंद महाठग मुकेश चंद्रशेखर से की गई कथित उगाही के मामले में उपराज्यपाल ने तत्कालीन जेल मंत्री जैन के खिलाफ जांच का आदेश दिया है. सुकेश चंद्रशेखर ने आरोप लगाया था कि तिहाड़ जेल के तत्कालीन महानिदेशक और गृह विभाग संभाल रहे सत्येंद्र जैन ने बतौर प्रोटेक्शन मनी उससे 10 करोड़ रुपये लिए थे. इस संबंध में सुकेश ने दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखा था. इसके बाद एलजी ने दिल्ली के पूर्व मंत्री और आप नेता सत्येन्द्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है.
सत्येन्द्र जैन पर तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल के साथ मिलकर तिहाड़ जेल से जबरन वसूली रैकेट चलाने और दिल्ली की विभिन्न जेलों में हाई प्रोफाइल कैदियों से प्रोटेक्शन मनी मांगने का आरोप है. सुकेश चंद्रशेखर ने पिछले साल 13 अक्टूबर को दिल्ली के एलजी को भेजे अपने पत्र के जरिये दावा किया था कि ‘मैंने जेल अधिकारियों में से किसी को भी एक रुपया भी नहीं दिया है. मेरा लेन-देन केवल सत्येंद्र जैन (आप नेता) और संदीप गोयल (पूर्व डीजी जेल) के साथ था, जिन्होंने मेरे स्टाफ के जरिये मुझसे प्रोटेक्शन मनी हासिल की.’
हालांकि, 6 अप्रैल को अपनी चौथी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में चन्द्रशेखर के बयान का हवाला देते हुए ईडी ने कहा कि वह जेल अधिकारियों को सहायक अधीक्षकों के लिए 25 लाख रुपये से लेकर शीर्ष स्तर पर दो करोड़ रुपये तक मासिक सुरक्षा राशि का भुगतान कर रहा था.
एलजी को लिखे पत्र में चंद्रशेखर के दावों ने जांचकर्ताओं को हैरान कर दिया. उसने दावा किया कि ‘पूर्व डीजी संदीप गोयल ने जांच को प्रभावित कर अपना नाम जांच से हटा लिया और मामले को जेल के छोटे अधिकारियों की तरफ मोड़ दिया. संदीप गोयल उस समय एक उच्च पद के अधिकारी होने के नाते यह सुनिश्चित किया कि उनका और सत्येंद्र जैन का नाम किसी भी तरह से जांच में शामिल न किया जाए.’