(Pi Bureau)
पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री बनते ही शहबाज ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. पीएम बनते ही ने शहबाज भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर चुके हैं और उन्होंने अपने पहले संबोधन में ही कश्मीर राग अलापा है. शहबाज शरीफ ने अपने पाकिस्तानी नेशनल असेंबली में अपने पहले संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाया और इसकी तुलना फिलिस्तीन से की. शहबाज ने अपने संबोधन में कश्मीरियों और फलस्तीनियों के लिए आजादी की वकालत की. हालांकि, उन्होंने इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में मारे जा रहे फिलिस्तीनी के लोगों पर कुछ नहीं कहा.
शहबाज शरीफ ने गाजा और कश्मीर की स्थिति पर दुनिया से चुप्पी तोड़ने का आह्वान किया. उन्होंने जोर देकर कहा, ‘आइए हम सब एक साथ आएं… और नेशनल असेंबली को कश्मीरियों और फिलिस्तीनियों की आजादी के लिए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए.’ प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने के बाद अपने पहले संबोधन के दौरान शहबाज शरीफ ने भारत, अफगानिस्तान के साथ संबंधों का कोई जिक्र नहीं किया, जबकि उन्होंने कश्मीर का जमकर जिक्र किया.
दरअसल, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) अध्यक्ष शहबाज शरीफ को रविवार को पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया. पीएम चुने जाने के बाद शहबाज शरीफ ने नेशनल असेंबली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर कश्मीर को लेकर राग अलापा. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने पड़ोसियों सहित सभी प्रमुख देशों के साथ संबंध सुधारने का वादा किया.
बता दें कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ विपक्ष की नारेबाजी के बीच नवनिर्वाचित संसद में आसानी से बहुमत हासिल करने के बाद रविवार को दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुने गए. वह गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे. पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज (72) को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले, जो सदन का नेता बनने के लिए आवश्यक मतों से 32 अधिक हैं. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले.