(Pi Bureau)
विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो व दिल्ली के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू हो गया। यह बुंदेलखंड की पहली वंदे भारत ट्रेन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वर्चुअल तरीके से भारतीय रेल की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और शुभारंभ किया। इस दौरान दिल्ली से खजुराहो वंदे भारत ट्रेन के संचालन व महोबा स्टेशन पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल का भी शुभारंभ हुआ।
पीएम नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद से भारतीय रेल की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और शुभारंभ किया। इसका सीधा प्रसारण महोबा रेलवे स्टेशन पर दिखाया गया। महोबा स्टेशन पर मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि राहुल अग्रवाल व जिला पंचायत अध्यक्ष जयप्रकाश अनुरागी ने वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टॉल का लोकार्पण किया। इस दौरान पुष्पेंद्र गुप्ता, डॉ. राजेश नामदेव, संतोष गुप्ता, कौशल शर्मा, भागीरथ नगायच, मुशीर, मनु गुप्ता, रामजी गुप्ता, नीरज रावत, संदीप शुक्ला, अरुण सक्सेना, नोडल अधिकारी अजय श्रीवास्तव मौजूद रहे। वहीं, खजुराहो रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया।
महोबावासी भी पड़ोसी जनपद से कर सकेंगे वंदे भारत में सफर
महोबा। हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन दिल्ली और विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो के बीच वंदे भारत ट्रेन के शुरू होने से इसका सीधा लाभ महोबा जिले के बाशिंदों को मिलेगा। जनपद महोबा खजुराहो से करीब 60, जबकि छतरपुर जिले से 53 किमी दूरी पर स्थित है। ऐसे में अब महोबा जिले के लोग छतरपुर या फिर खजुराहो रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से दिल्ली तक सफर तय कर सकते हैं। विश्व पर्यटन नगरी खजुराहो मप्र के छतरपुर जिले में स्थित है। मप्र का छतरपुर जिला महोबा जिले की सीमा से लगा हुआ है।
115 करोड़ है वंदे भारत ट्रेन की लागत
दिल्ली और खजुराहो के बीच शुरू की गई वंदे भारत ट्रेन बुंदेलखंडवासियों के लिए बड़ी सौगात है। केसरिया रंग की इस वंदे भारत ट्रेन की लागत करीब 115 करोड़ रुपये है। आठ कोच वाली इस ट्रेन में यात्रियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हैं। सात कोच एसी चेयरकार व एक कोच एग्जिक्यूटिव श्रेणी का है।