(Pi bureau)
आसाराम के दुष्कर्म के मामले में जेल जाने के बाद भी उसके गुर्गे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पिछले वर्ष शाहजहांपुर में शरबत वितरण के साथ आसाराम को निर्दोष बताने वाली किताबें बांटने के बाद अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो डाला गया है। जिसे पीड़ित किशोरी के पिता का वीडियो बताकर आसाराम पर झूठे आरोप लगाने की बात कही जा रही है। उधर, बिटिया के पिता ने वीडियो को फर्जी बताते हुए कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
वायरल वीडियो में एक व्यक्ति मीडिया के सवालों का जवाब दे रहा है। वह वीडियो में पीड़ित बिटिया का पिता होने का दावा कर रहा है। दो मिनट 20 सेकेंड के वीडियो को सोशल साइट एक्स पर अपलोड करते हुए आसाराम पर झूठा आरोप लगाने की बात कही गई है। वीडियो के संज्ञान में आने के बाद पीड़िता के पिता ने इसे साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि आसाराम जेल के अंदर बैठकर उन्हें बदनाम करने की साजिश करता रहता है।
वीडियो में वह नहीं हैं, न ही उनकी आवाज है। आसाराम के गुर्गे पहले भी शहर में उन्हें बदनाम करने और डराने-धमकाने की गतिविधियों को अंजाम दे चुके हैं। वह उनकी इन हरकतों से डरने वाले नहीं है। पीड़िता के पिता का कहना है कि उन्होंने अपने वकील से बात की है। इस मामले को लेकर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शहर की बिटिया ने आसाराम के खिलाफ वर्ष 2013 में दिल्ली में केस दर्ज कराया था। उसके बाद जिले में आसाराम के गुर्गों की सक्रियता बढ़ गई थी। एक गवाह की हत्या भी कर दी गई थी। वर्ष 2018 में न्यायालय ने आसाराम को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।