(Pi Bureau)
पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजे आए काफी समय हो चुका है। हालांकि, देश की घरेलू के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठे हैं। खासकर देश के मुख्य विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने तो चुनाव आयोग को ही घेरते हुए कहा कि चुनाव की पूरी प्रक्रिया ही भ्रष्ट थी। अब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी इस मुद्दे को उठाया है। जेल में बंद इमरान ने कहा है कि अगर पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) होतीं तो चुनाव में ऐसा भ्रष्टाचार न हो पाता।
अदियाला जेल में बंद पीटीआई के संस्थापक ने कहा, “अगर आज ईवीएम होतीं तो एक घंटे के अंदर मतदान में गड़बड़ियों के सारे मुद्दे सुलझा लिए जाते।” इमरान ने कहा कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग, कुछ राजनीतिक दलों और ‘संस्थान’ ने देश में ईवीएम लाने की योजना को बर्बाद कर दिया।
‘जनादेश चुराने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चले’
रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान इमरान ने कहा कि आम चुनाव में जनता के जनादेश को चुराने वालों पर देशद्रोह के तहत कार्यवाही होनी चाहिए। इमरान ने अमेरिका में आईएमएफ के दफ्तर के बाहर हुए प्रदर्शनों का समर्थन किया। हालांकि, उन्होंने इसमें पाकिस्तानी सेना के विरोध में लगे नारेबाजी से खुद को दूर कर लिया।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बात करते हुए इमरान ने कहा कि मुश्किल में पड़ी इकोनॉमी को संभालना मौजूदा सरकार के लिए नामुमकिन है। उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि उनकी पार्टी ने देश को आर्थिक संकट में छोड़ा। इमरान खान ने कहा कि 2018 में जब पीएमएल-एन सरकार से गई तब व्यापार घाटा 20 अरब डॉलर पहुंच चुका था और हमारे पास आईएमएफ के पास जाने के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं था।