(Pi Bureau)
अमेरिका में एक और भारतीय छात्र की मौत का मामला सामने आया है। दरअसल बीते महीने लापता हुए भारतीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफात का शव मिला है। मोहम्मद अब्दुल अरफात का शव अमेरिका के क्लीवलैंड से बरामद हुआ है। एक हफ्ते में यह दूसरी घटना है, जब किसी भारतीय छात्र की अमेरिका में मौत हुई है। मोहम्मद अब्दुल अरफात भारत के हैदराबाद के नचारम का निवासी था और वह बीते साल मई में क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स की पढ़ाई करने अमेरिका आया था।
परिवार से आखिरी बार 7 मार्च को हुई थी बात
अरफात के पिता मोहम्मद सलीम ने बताया कि ‘अरफात से उनकी आखिरी बार 7 मार्च को बात हुई थी, उसके बाद से परिवार के साथ उसका कोई संपर्क नहीं था। उसका मोबाइल फोन भी बंद था।’ अरफात के साथ रह रहे युवक ने अरफात के पिता को बताया था कि उन्होंने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। 19 मार्च को अरफात के परिवार को एक अज्ञात कॉल आया, जिसमें कहा गया कि अरफात का ड्रग्स बेचने वाले गैंग ने अपहरण कर लिया है और उन्होंने उसे छोड़ने के एवज में 1200 अमेरिकी डॉलर की मांग की। अरफात के पिता ने बताया कि ‘कॉल करने वाले व्यक्ति ने धमकी दी थी कि अगर फिरौती की रकम नहीं दी गई तो वे अरफात की किडनी बेच देंगे।’
मोहम्मद सलीम ने बताया कि जब हमने कॉलर से यह पूछा कि भुगतान कैसे करें तो उन्होंने इसके बारे में जानकारी नहीं दी। जब हमने अपने बेटे से बात कराने की मांग की तो उन्होंने इनकार कर दिया। अब अरफात का शव मिलने से उसके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। बीते हफ्ते भी ओहियो में भारतीय छात्र उमा सत्य साईं गड्डे की भी मौत हुई थी, जिसकी जांच चल रही है।
महावाणिज्य दूतावास ने पीड़ित परिवार के प्रति जताई संवेदना
न्यूयॉर्क स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर मोहम्मद अरफात की मौत पर दुख जताया। महावाणिज्य दूतावास ने लिखा कि ‘इस बात से बेहद व्यथित हैं कि मोहम्मद अब्दुल अरफात, जिन्हें तलाशा जा रहा था, वह क्लीवलैंड ओहियो में मृत मिले हैं। अरफात के परिवार के प्रति संवेदनाएं।’ महावाणिज्य दूतावास ने बताया कि वह स्थानीय एजेंसियों के संपर्क में हैं ताकि मौत की जांच की जा सके। महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि वह पार्थिव शरीर को भारत लाने के लिए हरसंभव मदद कर रहे हैं। बीते महीने दूतावास ने कहा था कि वह भारतीय छात्र को ढूंढने के लिए कानूनी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।