(Pi Bureau)
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के लिए प्रचार करने के दौरान तमिलनाडु गए पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर प्रहार किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कांग्रेस और उसके सहयोगी तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रमुक पर कच्चातिवू और ‘शक्ति’ वाले टिप्पणियों पर तीखा हमला किया. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के युवराज शक्ति का अपमान करते हैं और उन्होंने शक्ति के विनाश की बात कही है.
पीएम मोदी ने वेल्लोर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘मेरे मन मे वेल्लोर के लिए हमेशा से श्रद्धा रही है. तमिलनाडू शक्ति की उपासना करने वालों की धरती है. इंडी अलांयस वाले शक्ति का अपमान करते हैं, कांग्रेस के युवराज ने शक्ति के विनाश की बात कही. ये लोग राम मंदिर का बहिष्कार करते हैं.’ उन्होंने कहा कि डीएमके और इंडी गठबंधन वाले महिलाओं का अपमान करते हैं……आप का हमें दिया आशीर्वाद सनातन की रक्षा करेगा और महिलाओं का सम्मान बढ़ाएगा.
पीएम मोदी ने कहा, ‘डीएमके ने तमिलनाडू और देश के भविष्य बच्चों तक को नहीं छोड़ा. स्कूल के बच्चे तक ड्रग्स का शिकार हो चुके हैं. जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, उसका डीएमके परिवार से रिश्ता है. डीएमके पार्टी की राजनीति डिवाइड एंड रूल पर आधारित है. ये लोग लोगों को आपस में लड़ाते हैं. मैंने भी ठान लिया है कि डीएमके की इस खतरनाक पॉलिटिक्स को एक्पोज करके रहूंगा.
उन्होंने कहा कि काशी तमिल संगम हो, सौराष्ट्र तमिल संगम हो, मेरी कोशिश है तमिल की संस्कृति को लोग जाने. काशी का सांसद हूं. आपको वहां आने का निमंत्रण देता हूं. दूसरा मैं गुजरात से हूं, यहां भी कई गुजराती रहते हैं. एक गुजराती होने के नाते आपको गुजरात आने का भी निमंत्रण देता हूं. यूएन में भी मैं तमिल में बोलने की कोशिश करता हूं, जिससे लोग जाने कि तमिल दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है. डीएमके की सच्चाई ये है कि उन्होंने सेंगोल की संसद में स्थापना होने का विरोध किया था.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और डीएमके के एक और पाखंड की चर्चा हो रही है. जब कांग्रेस की सरकार थी तो कच्चातिवु आइलैंड श्रीलंका को दे दिया. किस कैबिनेट में चर्चा हुई, किसके फायदे के लिए फैसला हुआ, इसपर कांग्रेस चुप है. कुछ दिन पहले वहां पर हमारे मछुआरे पकड़ लिए गए. इस पर कांग्रेस कुछ नहीं बोली. जनता को सच नहीं बताती कांग्रेस. हमारी सरकार उन मछुआरों को वापस लेकर आई. 5 मछुआरों को फांसी की सजा हो गई थी. श्रीलंका में हम उनको भी वापस लेकर आए. डीएमके मछुआरों ही नहीं तमिलनाडू की भी दुश्मन है.