(Pi Bureau)
महाराष्ट्र में बारामती का लोकसभा चुनाव पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां पर सीधे पर राज्य और देश की राजनीति के चाणक्य कहलाने वाले शरद पवार की साख दांव पर लगी है. शरद पवार ने अपनी इस परंपरागत सीट पर एक बार फिर अपनी बेटी को उम्मीदवार बनाया है. लेकिन, एनसीपी में दोफाड़ हो जाने की वजह से इस सीट का पूरा समीकरण बिगड़ गया है. शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के सामने मैदान में उनकी चचेरी भाभी सुनेत्रा पवार हैं. वह अजित पवार की पत्नी हैं. ऐसे में परोक्ष तौर पर यह लड़ाई शरद पवार और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी रहे भतीजे अजित पवार के बीच की है.
ऐसे में बारामती की लड़ाई कांटे की हो गई है. इस सीट पर दोनों का जबर्दस्त प्रभाव है. दोनों पवार अपनी-अपनी उम्मीदवार को जीताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. इस बीच वोटों का बंटवारा रोकने के लिए राष्ट्रवादी शरद चंद्र पवार गुट के अध्यक्ष शरद पवार ने बड़ा दांव खेला है. रिपोर्ट के मुताबिक अहिल्या देवी होल्कर के वंशज भूषणसिंह राजे होल्कर राष्ट्रवादी शरद पवार समूह में शामिल होंगे.
अगर भूषण सिंह होल्कर राष्ट्रवादी शरद पवार गुट में शामिल होते हैं तो अनुमान है कि धनगर जमाजा से शरद पवार गुट को बड़ी संख्या में वोट मिल सकते हैं. इस बीच यह भी जानकारी सामने आई है कि भूषण सिंह होल्कर उपमुख्यमंत्री अजित पवार के संपर्क में थे. उन्होंने कुछ दिन पहले मंत्री हसन मुश्रीफ के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. लेकिन अब वह शरद पवार गुट में शामिल होने जा रहे हैं. इसे अजित पवार के लिए झटका माना जा रहा है.
बारामती लोकसभा क्षेत्र से शरद चंद्र पवार की पार्टी से सुप्रिया सुले एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं जबकि एनसीपी से सुनेत्रा पवार को लोकसभा का टिकट दिया गया है. इसलिए, इस निर्वाचन क्षेत्र में भाभी के खिलाफ नानंद मैदान में हैं. इस चुनाव पर राज्य की नजर है. इन सबकी पृष्ठभूमि में भूषण सिंह होल्कर की शरद चंद्र पवार की पार्टी में एंट्री अहम मानी जा रही है.