Lucknow: सामने आई जल निगम की बड़ी लापरवाही, मैनहोल में सफाई करने उतरे पिता-पुत्र की मौत

(Pi bureau)

जानकीपुरम में खुले मैनहोल में गिरने से मासूम की मौत का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था, कि बुधवार को अब जल निगम की बड़ी लापरवाही सामने आयी। दोपहर रेसीडेंसी के पास बिना सुरक्षा के मैनहोल में सफाई करने उतरे मजदूर 56 वर्षीय सोबरन यादव और उनके 28 साल के बेटे सुशील यादव की मौत हो गई। दोनों सीतापुर जनपद के कमलापुर शहजलालपुर सरवरपुर के रहने वाले थे।

एक हफ्ते में तीन लोगों की मौत ने लापरवाह अफसरों की पोल खोल दी। खास बात यह है कि जब मजदूर काम कर रहे थे तो कोई जिम्मेदार विभागीय अफसर अथवा कर्मचारी तक मौके पर नहीं था। इस कारण सफाई करने उतरे पिता-पुत्र करीब घंटे भर अंदर चेंबर में ही पड़े रहे। किसी को पता ही नहीं चला।

सड़क पर खुला पड़ा चेंबर देखकर करीब पौने चार बजे गुजरे अधिवक्ता अरुण मिश्रा ने अंदर झांककर देखा तब उन्होंने पुलिस को जानकारी दी।

वजीरगंज इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्रा पुलिस बल के साथ पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया पर कोई सुरक्षा उपकरण न होने के कारण वह भी कुछ नहीं कर सके। वहीं, विभाग की रेस्क्यू टीम और दमकल विभाग सूचना के बाद भी आधे घंटे देरी से पहुंची। दमकल विभाग के जवानों ने रेस्क्यू कर दोनों मजदूरों को निकाला। एक को आनन फानन बलरामपुर अस्पताल और दूसरे को ट्रामा सेंटर भेजा। जहां पिता-पुत्र को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस ने मृतक के पास से तलाशी में मिले दस्तावेजों से शवों की शिनाख्त की और परिवारीजन को सूचना दी। मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही उनकी टीम मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत से चेंबर से दोनों मजदूरों को निकालकर अस्पताल भेज दिया गया था। इंस्पेक्टर वजीरगंज ने बताया कि अभी उन्हें कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

बताया जा रहा है कि करीब तीन बजे पिता-पुत्र ने सफाई के लिए मैनहोल के चेंबर का ढक्कन खोला। दोनों के पास न तो मास्क था न ही सुरक्षा के संबंधित कोई उपकरण दोनों ने चेंबर के अंदर झांसा और उतरने का प्रयास कर रहे थे। जहरीली गैस के प्रभाव में दोनों अंदर गिर गए। आस पास कोई विभागीय जिम्मेदार न होने के कारण दोनों उसी चेंबर में अंदर पड़े रहे और मौत हो गई।

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