‘मां ने भरोसे के साथ मुझे सौंपी परिवार की कर्मभूमि…’, रायबरेली से नामांकन के बाद बोले राहुल गांधी !!!

(Pi Bureau)

रायबरेली से नामांकन करने के बाद कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक भावनात्मक पोस्ट शेयर किया है। इसमें उन्होंने लिखा, ‘रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था। मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे ख़ुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं। मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं।’

राहुल गांधी ने दोपहर कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन भरा। राहुल के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत मौजूद रहे।

विशेष विमान से पहुंचे थे फुरसतगंज
आज सुबह ही राहुल गांधी विशेष विमान से दिल्ली से फुरसतगंज पहुंचे। वहां से अमेठी होते हुए रायबरेली आए। रायबरेली के केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय में पूजा करने के बाद राहुल का नामांकन जुलूस निकला। भारी भीड़ इस जुलूस में शामिल रही। पहले राहुल गांधी को इस पूजा में शामिल होना था और एक रथनुमा खुले ट्रक में सवार होकर नामांकन करने जाना था लेकिन नामांकन में देर होता देख वह सीधे अपनी बंद गाड़ी से ही निकल गए।

सपा कार्यकर्ताओं में दिखा भारी उत्साह
राहुल गांधी का नामांकन जुलूस हाथी पार्क स्थित कांग्रेस के केंद्रीय कार्यालय से निकला। फिरोज गांधी चौराहा से होते हुए जुलूस कलेक्ट्रेट पहुंचा। इस जुलूस में भारी भीड़ देखने को मिली। कार्यकर्ताओं का उत्साह अपने चरम पर था। कांग्रेसी राहुल को रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाने की बात कहते रहे। इस जुलूस में कांग्रेस के साथ सपा कार्यकर्ता भी दिखे। 

भाजपा के दिनेश प्रताप देंगे राहुल को टक्कर
हाई प्रोफाइल रायबरेली संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह लगातार दूसरी बार गांधी परिवार के सामने होंगे। राहुल गांधी के नामांकन के कुछ देर पहले ही दिनेश प्रताप सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया। 2019 में दिनेश प्रताप सिंह सोनिया गांधी के सामने चुनाव लड़े थे। उन्होंने कांग्रेस को कड़ी टक्कर दी थी लेकिन चुनाव हार गए थे। 2018 में दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। सोनिया गांधी को 5,31,918 मत मिले थे। भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को 3,67,740 मत मिले थे। दिनेश प्रताप 1,64,178 मतों से हार गए थे, लेकिन उन्होंने सोनिया गांधी के जीत के अंतर को कम कर दिया था।

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