(Pi bureau)
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा के समर्थन में चुनावी सभाओं में भाजपा पर हमला बोला। कहा कि पिछले पांच सालों में यहां एक नई राजनीति आई। स्थानीय सांसद पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका एकमात्र मकसद था राहुल गांधी को हराना था न कि जनता की सेवा करना। इसके लिए झूठ बोला गया। कई तरह के आरोप कांग्रेस पर लगाए गए।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज यहां आई तो 20 साल पहले का चुनाव याद आ गया। 1999 का चुनाव याद आ गया। मेरी मां जब चुनाव लड़ीं तो उनके भी मन में वही भाव था जो मेरे पिताजी के मन में था कि अमेठी की सेवा करनी है। जब मैं बचपन में आती थी तो यहां की जमीन सफेद दिखती थी। मैं अपने पिता से पूछती थी कि जमीन सफेद क्यों दिख रही है तो वो कहते थे कि इसमें नमक है। यह ऊसर है यह उपजाऊ नहीं है लेकिन आज मैं यहां देखती हूं तो पता चलता है कि सारी जमीन उपजाऊ हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि मेरे पिताजी ने उस मिशन को पूरा किया और मेरी मां ने उसे आगे बढ़ाया। अमेठी की जमीन को उपजाऊ बनाने का काम किया। कहा कि पिछले चुनाव में आपको हमारे परिवार के बारे में झूठ बोला गया न जाने कैसे कैसे झूठ बोले गए। प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारे पूर्वजों का आपके पूर्वजों से एक सकारात्मक राजनीति का रिश्ता रहा है काम की राजनीति का रिश्ता रहा है। मैं आपसे कहती हूं कि फिर से काम की राजनीति के रिश्ते को स्थापित करिए।
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी। कहा कि पीएम बताएं अपने संसदीय क्षेत्र में किसी के घर गए हैं किसी से मिले हैं? आज बीजेपी के नेता स्वयं प्रधानमंत्री फिजूल की बातें करते हैं, प्रधानमंत्री जी कहते हैं सावधान रहो कांग्रेस वाले मंगलसूत्र चुरा लेंगे। गाड़ी ले लेंगे। जमीन ले लेंगे। पहले जनता सरकार बदलती थी अगर हमारी सरकार पसंद नहीं आई तो दूसरी चुन लेते थे लेकिन आज भारतीय जनता पार्टी के नेता डरा धमका के सरकारें गिरा रहे हैं। विधायकों को खरीद रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री किसानों के बारे में एक काम नहीं बता सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा ने चारों तरफ रोजगार बंद कर दिया है। सेना में नौकरियां 4 साल की कर दी। 30 लाख पद खाली रहते हैं, उनको भर्ती नहीं किया। प्रधानमंत्री कहते हैं 70 साल में कोई काम नहीं हुआ। सही बात यह है कि 70 साल में जो कांग्रेस ने किया था उसे भाजपा ने उद्योगपति मित्रों को बेंच दिया। जनता के हितों के बारे में सोचा तक नहीं है जिससे जनता का संघर्ष बढ़ता जा रहा है। किसान परेशान है। युवाओं को रोजगार की चिंता है लेकिन सरकार को सिर्फ वोट की फिक्र है।