मायावती का बड़ा बयान, सुप्रीम कोर्ट ने खोल दी सबके चंदाखोरी की पोल…

(Pi bureau)

बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को जीआईसी के मैदान में बस्ती मंडल के तीनों जिलों के प्रत्याशियों के समर्थन में जन सभा की। कहा कि बीजेपी, कांग्रेस सहित अन्य दलों के चन्दाखोरी की पोल सुप्रीम कोर्ट ने खोल दी है। इलेक्ट्रोरल बांड प्रकरण में सभी फंसे हैं। पूरे देश में बसपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी है, जो किसी भी पूजीपतियों से कोई चंदा नहीं ली। अन्य सभी पार्टियां भ्रष्टाचार में डूबी हुई हैं।

कहा कि धन्नासेठों के आर्थिक सहयोग से ही भाजपा व अन्य पार्टियां अपना संगठन चलाती हैं और चुनाव लड़ाती हैं। इन सबने देश के धन्नासेठों से बांड के जरिए करोड़ों-अरबों रुपया लिया है। उस रिपोर्ट में ये कहीं वर्णित नहीं है कि बसपा ने किसी भी पूंजीपति से एक भी रुपया लिया हो। इससे यह स्पष्ट है कि हमारी पार्टी पूरे देश में संगठन चलाने और चुनाव लड़ने के लिए धन्नासेठों से रुपया नहीं लेती है। बल्कि पार्टी की सदस्यता शुल्क से थोड़ा-थोड़ा धन एकत्र करके और चुनाव के मौके पर धन एकत्र करके संगठन चलाती है।

बसपा सुप्रीमों ने कहा कि केंद्र सरकार में दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को शोषित किया जा रहा है। सरकार पूंजीपतियों के जरिए प्राइवेट कंपनियों से काम तो लिया जा रहा है लेकिन प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में आरक्षण का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उच्च जातियों में गरीब वर्ग की हालत अच्छी नहीं है। प्रदेश में भी सपा की सरकार हो या भाजपा की लेकिन दोनों सरकारों ने उच्च जातियों को दुखी किया है। उसमें भी ब्राह्मणों का सर्वाधिक शोषण किया गया है। दोनों सरकारों में उच्च जाति में केवल सांमति लोगों को संतुष्ट किया गया है। हमने हर वर्ग लोगों को टिकट देकर सबका सम्मान किया है।

मायावती ने कहा कि जातिवादी, पूंजीवादी, संर्कीण, सांप्रादायिक और द्वेषपूर्ण नीतियों, कथनी-करनी में अंतर होने की वजह से लगता है कि भाजपा केंद्र की सरकार में वापस नहीं आने वाली। इनकी नाटकबाजी और जुमलेबाजी को देश की जनता समझ चुकी है। अच्छे दिन जैसे हवा-हवाई वादे सहित इनके एक चौथाई वादों को जमीनी हकीकत नसीब नहीं हुई। इनका ज्यादातर समय इनके चहेते पूंजीपतियों व धन्नासेठों को मालामाल करने व हर स्तर पर बचाने में लगा रहा।

आरएसएस पर भी हमला बोला और कहा कि इस संगठन से सावधान रहने की जरूरत है। कहा कि पिछले काफी वर्षों से गरीबी और महंगाई से जनता परेशान हैं। खासकर मुस्लिम समाज का ज्यादा शोषण किया गया। जबकि बसपा सर्व समाज की हितैषी है। केंद्र में बीएसपी की सरकार बनने पर सबको पूरा सम्मान मिलेगा।

कहा कि सभी विरोधी पार्टियों को सत्ता में आने से रोकना है, जिनके कथनी और करनी में अंतर होता है। उनकी नीतियां समाज को बांटने वाली है। सर्व जन सुखाय-सर्व जन हिताय की नीतियों को ही बसपा साथ लेकर चलती है। इस दौरान मायावती ने बस्ती के प्रत्याशी लवकुश पटेल, डुमरियागंज के प्रत्याशी नदीम मिर्जा और संतकबीर के प्रत्याशी नदीम अशरफ को भारी बहुत से जीत दिलाएं।

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