(Pi Bureau)
देशभर में इस समय चुनावी गहमा-गहमी अपने चरम पर है. अभी तक चार चरणों के लिए वोटिंग संपन्न हो चुकी है और तीन चरण अभी बाकी हैं. पांचवें चरण के लिए 20 मई सोमवार को वोटिंग होगी. बाकी बचे तीन चरणों के लिए सभी दलों के स्टार चुनाव प्रचारक लगातार प्रचार अभियान में जुटे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों की डिमांड देशभर में है. पीएम मोदी उम्र को नजरअंदाज करते हुए लगातार चुनाव रैलियां कर रहे हैं. बिन थके और बिना रुके पार्टी प्रत्याशी और बीजेपी के लिए वोट मांग रहे हैं. अपनी पार्टी के एजेंडे को जनता तक पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. लोकसभा चुनावों में 40 सीट वाले बिहार की अहमियत काफी बढ़ जाती है. पीएम मोदी भी इसे बखूबी समझते हैं. जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार को अपनी रैलियों में कटौती करनी पड़ी और तेजस्वी यादव कमर में तकीलफ के चलते व्हीलचेयर पर आ गए, वहां पीएम मोदी उम्र के इस पड़ाव पर भी धुआंधार तरीके से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इस मामले में वह बिहार के दिग्गजों पर भारी पड़ रहे हैं.
राजनीतिक रूप से उर्वर बिहार की भूमि प्रखर राजनीतिज्ञों और राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों के लिए काफी अहम है. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं, जो इस राज्य को और अहम बनाता है. ऐसे में बिहार प्रमुख राजनीतिक दलों के फोकस में रहता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस नाते बिहार की अहमियत समझते हैं. यही वजह है कि चौथे चरण की वोटिंग से पहले पीएम मोदी ने 12 मई को पटना में रोड शो किया था. किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा पटना में यह पहला रोड शो था. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री समेत अन्य दिग्गज नेता भी मौजूद थे. पीएम मोदी को जनता का भी भरपूर साथ मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से बिहार जाने वाले हैं. छठे चरण की वोटिंग से पहले वह 21 मई को बिहार में रैली कर जनता से भाजपा के लिए वोट मांगेंगे. पीएम मोदी सीवान और पूर्वी चंपारण में ताबड़तोड़ रैलियां कर NDA प्रत्याशियों के लिए वोट मांगेंगे. बता दें कि भीषण गर्मी के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के बीच जाने से नहीं हिचक रहे. वह जनता से लगातार संवाद बनाकर रख रहे हैं.
सीएम नीतीश कुमार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 मई को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के कद्दावर नेता दिवंगत सुशील मोदी के घर जाकर उनके शोक संतप्त परिजनों से मिलेंगे और उन्हें सांत्वना देंगे. बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर रहे हैं. हालांकि, पिछले दिनों सीएम नीतीश की तबीयत अचानक से खराब हो गई थी. इस वजह से उन्हें कई रैलियों और जनसभाओं तथा अन्य कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा था. वह कुछ दिनों तक चुनावी कार्यक्रम से दूर रहे. इससे पहले तीसरे चरण के चुनाव के बाद भी सीएम नीतीश ने 4 दिनों तक प्रचार से दूरी बना ली थी और आराम किया था. चौथे चरण के चुनाव के बाद भी वह कुछ दिनों तक चुनाव प्रचार और चुनावी कार्यक्रमों से दूर रहे. बता दें कि छठे चरण में बिहार की 8 लोकसभा सीटों के लिए 25 मई को वोटिंग होगी.
RJD नेता तेजस्वी यादव
देश के प्रखर और तेजतर्रार युवा नेताओं में शुमार आरजेडी के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम भी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. उनके कमर में अचानक से तेज दर्द उभर आया. उन्हें व्हीलचेयर पर भी देखा गया. चुनाव प्रचार अभियान के बीच तेजस्वी यादव को कमर दर्द से परेशान होना पड़ा. पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह एक रैली में अपनी शर्ट उठाकर कमर पर बंधी बेल्ट दिखाते नजर आए. तेजस्वी ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें कमर दर्द में राहत के लिए तीन सप्ताह आराम करने की सलाह दी है, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार से ब्रेक नहीं लेने का फैसला किया है.