(Pi bureau)
कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है। सातवें चरण में मतदान समाप्त होने के बाद अलग-अलग टीवी चैनलों, सोशल और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होने वाले एग्जिट पोल डिबेट में कांग्रेस पार्टी अपने प्रवक्ताओं को नहीं भेजेगी। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। पार्टी सूत्रों ने एक जून को होने वाले अंतिम दौर के मतदान से ठीक पहले बताया कि कांग्रेस पार्टी ने चुनावी नतीजों से पहले एग्जिट पोल का हिस्सा न बनने का फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि ऐसी बहसों से कोई सार्थक नतीजे सामने नहीं आते। पार्टी सूत्रों का कहना है कि चार जून को होने वाली मतगणना के बाद देश की जनता का जनादेश सामने आएगा। पार्टी इसे स्वीकार करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के इस फैसले पर कहा, कांग्रेस इतने लंबे समय से इनकार की मुद्रा में है। उन्होंने कहा, पूरे चुनाव में कांग्रेस प्रचार करती रही कि उन्हें बहुमत मिलने वाला है लेकिन उन्हें पता है कि एग्जिट पोल में उनकी करारी हार होगी। इसलिए वे मीडिया का सामना नहीं कर सकते। यही कारण है कि कांग्रेस पूरे एग्जिट पोल का बहिष्कार कर रही है। एग्जिट पोल लंबे समय से हो रहे हैं लेकिन इस बार हार की वजह से उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि कैसे सफाई दें, इसलिए बहिष्कार कर रहे हैं। बकौल शाह, जब से राहुल गांधी ने कांग्रेस की कमान संभाली है, वे सच स्वीकारने की बजाय इनकार की मुद्रा में हैं।