(Pi Bureau)
संसद सत्र के पांचवें दिन लोकसभा में नीट का मुद्दा जमकर गूंजा. लोकसभा में जैसे ही कार्यवाही शरू हुई, विपक्ष नीट पर चर्चा की मांग करने लगा. आलम यह हुआ कि हंगामे की वजह से एक बार कार्यवाही स्थतगित करनी पड़ गई. जब दोबारा लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला अपने आसन पर बैठे. उसी वक्त विपक्ष फिर से नीट पर चर्चा को लेकर हंगामा करने लगा. इस पर स्पीकर ने कहा कि एक माननीय का शपथ है. इसलिए प्लीज अभी शांत रहें. तब भी विपक्ष के सांसद नीट को लेकर हंगामा करते रहे. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला राहुल गांधी की तरफ मुखातिब हुए और अपने सासंदों को समझाने को कहा.
दरअसल, जैसे ही लोकसभा स्पीकर आसन पर विराजमान हुए, विपक्ष के सांसद सीट से उठकर हंगामा करने लगे. इस नजारे को देखकर स्पीकर ओम बिरला पहले तो नाराज हुए फिर मुस्कुराने लगे. उन्होंने इस दौरान विपक्षी सासंदों से मुखातिब होकर कहा, ‘एक मिनट. एक माननीय सदस्य की शपथ है. प्लीज. प्लीज. एक शपथ है- शपथ.’ जब विपक्ष के सांसद नहीं माने तो वह राहुल गांधी की ओर मुखातिब हो गए. उन्होंने राहुल गांधी की ओर इशारा करके कहा, ‘प्रतिपक्ष के माननीय नेता, इन सबको आप समझाओ कि कब उठना और कब बैठना है. अभी माननीय की एक शपथ करा रहे हैं न.’ इसके बाद पूरा सदन गूंज उठा.
संसद सत्र के पांचवें दिन लोकसभा में नीट का मुद्दा जमकर गूंजा. लोकसभा में जैसे ही कार्यवाही शरू हुई, विपक्ष नीट पर चर्चा की मांग करने लगा. आलम यह हुआ कि हंगामे की वजह से एक बार कार्यवाही स्थतगित करनी पड़ गई. जब दोबारा लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला अपने आसन पर बैठे. उसी वक्त विपक्ष फिर से नीट पर चर्चा को लेकर हंगामा करने लगा. इस पर स्पीकर ने कहा कि एक माननीय का शपथ है. इसलिए प्लीज अभी शांत रहें. तब भी विपक्ष के सांसद नीट को लेकर हंगामा करते रहे. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला राहुल गांधी की तरफ मुखातिब हुए और अपने सासंदों को समझाने को कहा.
दरअसल, जैसे ही लोकसभा स्पीकर आसन पर विराजमान हुए, विपक्ष के सांसद सीट से उठकर हंगामा करने लगे. इस नजारे को देखकर स्पीकर ओम बिरला पहले तो नाराज हुए फिर मुस्कुराने लगे. उन्होंने इस दौरान विपक्षी सासंदों से मुखातिब होकर कहा, ‘एक मिनट. एक माननीय सदस्य की शपथ है. प्लीज. प्लीज. एक शपथ है- शपथ.’ जब विपक्ष के सांसद नहीं माने तो वह राहुल गांधी की ओर मुखातिब हो गए. उन्होंने राहुल गांधी की ओर इशारा करके कहा, ‘प्रतिपक्ष के माननीय नेता, इन सबको आप समझाओ कि कब उठना और कब बैठना है. अभी माननीय की एक शपथ करा रहे हैं न.’ इसके बाद पूरा सदन गूंज उठा.
बता दें कि इससे पहले लोकसभा की कार्यवाही एक बार स्थगित हो चुकी थी. लोकसभा में शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा ‘नीट-यूजी’ में कथित अनियमितता पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा से पहले नीट के मामले पर सदन में चर्चा करानी चाहिए, लेकिन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि राष्ट्रपति अभिभाषण के बाद सबसे पहले इस पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होती है और अलग से किसी विषय पर चर्चा की परंपरा नहीं रही है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पहले ही यह बात निर्धारित है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के समय कोई कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस नहीं लिया जाएगा. उन्होंने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा कि वे अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नीट एवं अन्य सभी विषय उठा सकते हैं. सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे फिर से आरंभ हुई तो तृणमूल कांग्रेस के सांसद नूरुल इस्लाम ने सदस्यता की शपथ ली. अस्वस्थ होने के चलते वह पहले शपथ नहीं ले सके थे.
इसके बाद विपक्षी सदस्य ‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक’ (नीट-यूजी) में कथित अनियमितता के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘आप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इस विषय पर बात कर सकते हैं, सरकार जवाब देगी.’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या आप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा नहीं करना चाहते? सदन चलाने की जिम्मेदारी हम सभी की है…नियोजित तरीके से सदन नहीं चलाने देना संसदीय लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। जनता ने आपको सदन में नारेबाजी करने के लिए नहीं भेजा है…मैंने पहले भी कहा था कि सदन के विरोध और सड़क के विरोध में अंतर होना चाहिए.’