(Pi Bureau)
नीट पेपर लीक का आरोपी संजीव मुखिया को लेकर नई जानकारी सामने आई है. संजीव नालंदा कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर में जो मेडिकल प्रिस्क्रिप्शन जमा करके छुट्टी ली थी. वो प्रथम दृष्टया फर्जी लग रही है. संजीव नूरसराय के नालंदा कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर में तकनीकी सहायक के तौर पर काम करता है. उसने जो प्रिस्क्रिप्शन जमा किया था, वो पटना मेडिकल अस्पताल की थी. उसने 6 मई और 21 का फर्जी मेडिकल प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया था.
PMCH के अधिकारियों की मानें तो उस तिथि को OPD के लिए रसीद खरीदी गई थी. लेकिन प्रथम दृष्टय पर्चा नकली लगता है. क्योंकि इसे ओपीडी रजिस्टर में नहीं रखा गया है और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इलाज करने वाले डॉक्टर की मुहर भी नहीं है. आवेदन में उल्लेख किया है कि उसे (संजीव मुखिया) अस्पताल में भर्ती कराया जाना है. लेकिन नुस्खे में यह नहीं लिखा है कि उन्हें भर्ती कराया गया था.
वहीं सीबीआई अब नीट पेपर लीक कांड में गिरफ्तार 13 अभियुक्त से बेउर जेल में पूछताछ करेगी. 29 जून से सीबीआई की यह पूछताछ होगी शुरू. डीएलएसए पैनल के वकील भी पूछताछ के दौरान मौजूद रहेंगे. अभियुक्तों के वकील भी पूछताछ के दौरान मौजूद रहेंगे. अभियुक्तों के साथ मारपीट ना हो इसके लिए उनके वकील साथ रहेंगे. लेकिन पूछताछ में हस्तक्षेप नहीं करेंगे. सीबीआई की टीम लैपटॉप के साथ पहुंचेगी जेल. सीबीआई को दी गई जानकारी.
इस बीच पुलिस सूत्रों से बड़ी जानकारी मिली है कि पेपर लीक का आरोपी रॉकी नेपाल में छिपा हुआ है. रॉकी रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता है और बिहार के नवादा जिले का मूल निवासी है. रॉकी ने चिंटू के माध्यम से पेपर सप्लाई करवाया था. वहीं पेपर लीक का खुलासा होने के बाद रॉकी पटना के कंकड़बाग में नजर आया था और जैसे ही बिहार उसे इस बात की भनक लगी कि मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) उसे गिरफ्तार करने वाली है तो वहां से भाग निकला.