(Pi bureau)
उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के गांव रतीभानपुर में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में अचानक भगदड़ मच गई। भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में कई महिलाएं और बच्चें भी शामिल हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में घायल हुए लोगों से बागला संयुक्त चिकित्सालय में भेंट कर उनका कुशल-क्षेम जाना। चिकित्सकों से उनके उपचार के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कुशल चिकित्सकों के नेतृत्व में सभी का समुचित उपचार शीर्ष प्राथमिकता पर किए जाने के निर्देश भी दिए। सीएम ने कहा कि हादसे में 16 जिले के लोग शिकार हुए हैं। एक एसआइटी गठित की है। बहुत सारे पहलुओं की जांच होगी। सीएम ने कहा, कि दोषियों को सजा मिलेगी। घटना की न्यायिक जांच होगी। एसआईटी इ पूरे मामले की जांच कर रही है। सीएम योगी ने अखिलेश यादव के बयान पर जवाब भी दिया, कि कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने हाथरस में घायलों से मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दर्दनाक घटना हुई और कुछ लोग राजनीति कर चोरी और सीनाजोरी कर रहे हैं। भोले बाबा को नामजद न किए जाने के सवाल पर योगी ने कहा कि जांच होगी जो भी दोषी होगा कार्यवाही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मृतक और घायलों को आर्थिक मदद की घोषणा कर दी गई है। हादसे में पीड़ित परिवारों के बच्चों को सरकार पढ़ाएगी।
हाथरस हादसे के बाद सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा, कि दुखद पहलू यह था कि इस तरह के कार्यक्रम में सेवादार प्रशासन को अंदर घुसने नहीं देते दुघर्टना होने के दौरान और बाद में सेवादारों ने मामले को दबाने का प्रयास किया। लेकिन, जब प्रशासन ने घायलों को हॉस्पिटल ले जाने की कार्रवाई प्रारंभ की तो सेवादार वहां से भाग गए। इस पूरी घटनाक्रम के लिए एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित की है। जिसने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दी है। घटना की तह में जाने के लिए कहा गया है। बहुत सारे पहलू हैं, जिनकी जांच अतिआवश्यक है। अब तक राहत-बचाव कार्य को आगे बढ़ाने के बाद हमारी कार्रवाई आयोजकों को पूछताछ के लिए बुलाना, कारणों के बारे में पूछताछ करना और फिर लापरवाही व जिम्मेदारी तय करना है। जिसके लिए एफआईआर दर्ज हो चुकी है। अब कार्रवाई आगे बढ़ रही है।