(Pi Bureau)
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही गोंडा-गोरखपुर रेल खंड पर मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशन के बीच चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ साप्ताहिक एक्सप्रेस के 8 डिब्बे पटरी से उतर गये. इस घटना में तीन यात्रियों की मौत हो गयी तथा 32 अन्य घायल हो गये. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. वहीं इस हादसे को लेकर अब नई जानकारी सामने आ रही है. रेलवे के सूत्रों के मुताबिक जिस ट्रैक पर हादसा हुआ है, उसका एक दिन पहले ही मरम्मत का काम पूरा हुआ था. इस वजह से इस ट्रैक पर चलने वाली सभी ट्रेनों को कॉशन नोटिस जारी किया गया था, जिसमें धीमी रफ्तार से गुजरने को कहा गया था.
वहीं गोरखपुर के डीआरओ पंकज सिंह ने बताया है कि डाउन लाइन रिस्टोरेशन का काम शुरू हो गया है. सभी 8 डिब्बों को ट्रैक से हटाकर खेत में रख दिया गया है. रिस्टोरेशन का कार्य तेज़ी से चल रहा है और लगभग 800 से ज़ादा कर्मी वहा पर लगे हुए है जो लगातार कार्य कर रहे है. 4 पोकलेन, 4 JCB, हायड्रा और भी ढेर सारी मशीनें मौके पर लगाई गई हैं, जो TRD का कार्य होता है उसका कार्य किया जा रहा है. अपलाइन को बहुत ही जल्द फिट डिक्लेअर करके नार्मल ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया, ‘हमने जो समय निर्धारित किया है 12 बजे तक TRD फ़ीट करके लाइन पर नार्मल ट्रेन का संचालन शुरू करेंगे. उसके बाद डाउन लाइन का भी कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. जो फाइनल कैजुअलिटी के आंकड़े हैं, उसके मुताबिक 3 लोगों की मौत हुई है. 5 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, 7 लोग सामान्य रूप से घायल हैं. मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं जो गंभीर रूप से घायल हैं उन्हें ढाई लाख रुपये दिए जाएंगे. साथ ही जो यात्री सामान्य रूप से घायल हैं, उन्हें 50 हजार रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे.’