(Pi Bureau)
कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. तरह तरह की कांवड़ चर्चा का विषय बनी रहती हैं. इस बार राममंदिर वाली कांवड़ खासा चर्चा का विषय बनी हुई हैं. इस कांवड़ को लाने में तकरीबन 35 लाख रुपए का खर्चा हो रहा है. राममंदिर के मॉडल वाली कांवड़ की विशेषताएं भी कमाल की हैं. राममंदिर वाली इस कांवड़ के लिए स्पेशल रथ तैयार किया जा रहा है. सैकड़ों की संख्या में गाड़ियां राममंदिर वाले रथ के साथ चलेंगी. कांवड़ में जनरेटर, डीजे आदि की व्यवस्था भी अत्याधुनिक रुप से की जा रही है.
इस कांवड़ के साथ जो श्रद्धालु चलेंगे उनके लिए स्पेशल भगवा टीशर्ट तैयार की गई है. हिंदू लिखे हुए सैकड़ों भगवा झंडे तिरंगे के साथ लहराते हुए नजर आएंगे. आगामी पच्चीस जुलाई को ये कांवड़ मेरठ के औघड़नाथ मंदिर से हरिद्वार गंगाजल लाने के लिए प्रस्थान करेगी. एक कांवड़ राममंदिर वाली के आयोजक बलराज डूंगर ने बताया कि तकरीबन बीस फीट लंबाई, आठ फीट चौड़ाई और सत्रह फीट उंचाई रहेगी. इस कांवड़ को तैयार करने में चालीस दिन का वक्त लगा है. बलराज ने बताया कि यात्रा पच्चीस जुलाई को ग्यारह बजे शुरु होगी. उन्होंने बताया कि तकरीबन पैंतीस लाख रुपए का खर्चा इस कांवड़ को लाने में लगेगा. उन्होंने बताया कि कांवड़ियों की टीशर्ट में एक कांवड़ राममंदिर के नाम लिखा रहेगा. कांवड़ को विशेष लकड़ी से तैयार किया गया है. हिंदू लिखा हुआ भगवा ध्वज लहरेगा फहरेगा.
एक कांवड़ राम मंदिर के नाम” वाली ये द्वितीय कांवड़ यात्रा है. वर्ष 2018 में बलराज डूंगर व गोपाल शर्मा ने 250 कार्यकर्ताओं के साथ राममंदिर वाली कांवड़ लाए थे. भगवान से आशीर्वाद मांगा गया था कि राममंदिर अयोध्या में बनकर तैयार हो. अब जब अयोध्या में भव्य राममंदिर बनकर तैयार हो गया है तो एक बार फिर एक कांवड़ राममंदिर वाली निकाली जा रही है. इसे भोलेनाथ को धन्यवाद देने के लिए निकाला जा रहा है. कहा जाता है कि अगर मन्नत पूर्ण हो जाती है, तो उसके जोड़े की यात्रा निकाली जाती है. इसी कड़ी में इस यात्रा को मन्नत पूर्ण होने के बाद निकाला जा रहा है. इस कांवड़ यात्रा का उद्देश्य भगवान भोलेनाथ की कृपा से श्री राम जन्मभूमि अयोध्या के पक्ष में शीघ्र निर्णय आना तथा भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण होना है.
सभी की थी एक ही मनोकामना
पिछली बार जब कांवड़ लाई गई थी तो किसी भी कार्यकर्ता ने अपने लिए कुछ नहीं मांगा, सबकी एक ही मनोकामना थी कि लम्बे समय से कोर्ट में लंबित श्रीराम जन्मभूमि के पक्ष में निर्णय आया. श्रद्धालुओं ने उस वक्त कहा था कि जब तक श्रीराम जन्म भूमि के पक्ष में निर्णय नहीं आ जाता और भव्य राम मंदिर नहीं बन जाता इस यात्रा का जोड़ा पूरा नहीं करेंगे. भगवान भोलेनाथ की कृपा से श्री राम जन्मभूमि के पक्ष में अति सुंदर निर्णय आया, तथा भव्य श्री राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है तथा राम भक्तों को प्रभु श्री राम लाल के दर्शन होने भी प्रारंभ हो गए हैं, इसलिए अब इस यात्रा का जोड़ा पूरा किया जा रहा है.
इस तरीख को हरिद्वार के लिए होगी रवाना
यात्रा में श्री राम जन्मभूमि मॉडल का एक बहुत ही सुंदर रथ सभी शिव भक्त एक ड्रेस कोड व प्रवेशिका के साथ यात्रा में सम्मिलित होंगे. 25 जुलाई को औघड़नाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना तथा पूजा अर्चना के उपरांत शिव भक्तों को भगवा झंडी दिखाकर हरिद्वार के लिए रवाना किया जाएगा. औघड़नाथ मंदिर मेरठ से मवाना, बिजनोर व नजीबाबाद होते हुए हरिद्वार पहुंचेगी. बाद में हरिद्वार से रुड़की व मुजफ्फरनगर होते हुए यात्रा मेरठ पहुंचेगी.