(Pi Bureau)
पेरिस ओलंपिक में अपने खेल से बड़े-बड़े धुरंधर को चित करने वाले भारत से युवा बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन की चर्चा इस वक्त हर तरफ हो रही है. भारतीय स्टार की सादगी और उनके खेलने का तरीका इस बार के ओलंपिक में सबके सिर चढ़कर बोल रहा है. लगातार उनके चाहने वालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. इस युवा ने अपनी जीवन के मूल मंत्र को गर्दन पर गुदवाया हुआ है.
भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है. वह भारत के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने सिंगल्स में यह कामयाबी हासिल की है. अब पूरे देश को उनसे मेडल की उम्मीद है. डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ उनका मुकाबला खेला जाना है. सेमीफाइनल मुकाबला मुश्किल जरूर है लेकिन लक्ष्य के फॉर्म को देखते हुए जीत कठिन नहीं लग रही. जीत का मंत्र इस युवा ने अपनी गर्दन पर गुदवाया हुआ है.
लक्ष्य की गर्दन पर क्या लिखा है
22 साल के युवा बैडमिंटन सनसनी लक्ष्य सेन ने अब तक अपने खेल से हर किसी को प्रभावित किया है. इस खिलाड़ी ने जीवन में अपना लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है बल्कि वो तो हमेशा आगे और आगे बढ़ते रहना चाहते हैं. इस बात का पता उनकी गर्दन पर बने टैटू से चलता है. लक्ष्य ने गर्दन पर SKY IS THE LIMIT लिखवाया हुआ है. इसका मतलब होता है आपकी कामयाबी की कोई सीमा नहीं होनी चाहिए, आसमान की ऊंचाई तक बढ़ते जाओ, जिसकी कोई सीमा नहीं होती.