(Pi Bureau)
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को पेरिस ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्रिटेन के खिलाफ शानदार साहस और संयम का परिचय दिया। भारतीय टीम ने अमित रोहिदास को दूसरे क्वार्टर में रेड कार्ड दिखाए जाने के बाद करीब 42 मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेला। इसके बावजूद टीम ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने में सफल रही। वहीं, अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की दीवार साबित हुए।
श्रीजेश ने बिखेरी चमक
टोक्यो ओलंपिक में भी ब्रिटेन को ही हराकर भारतीय टीम अंतिम चार में पहुंची थी। श्रीजेश टोक्यो में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ भी भारत की दीवार साबित हुए थे और उन्होंने पेरिस ओलंपिक के अब तक के सबसे कठिन मुकाबले में भी अपेक्षाओं पर खरे उतरकर दिखाया। निर्धारित समय में भारत के लिए हरमनप्रीत ने 22वें और ली मोर्टन ने 27वें मिनट में गोल दागा था जिसके बाद मैच का नतीजा पेनल्टी शूटआउट कर जरिये निकला। श्रीजेश की अगुआई में भारतीय डिफेंस ने ब्रिटेन के हर हमले का बचाव किया और उसे बढ़त बनाने नहीं दी। ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली।
शूटआउट में क्या हुआ?
शूटआउट में भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे, जबकि इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी और जाक वालांस ही गोल कर सके। कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया। इस तरह भारतीय टीम ने यह मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। अब अगर भारत छह अगस्त को होने वाला सेमीफाइनल मैच जीतने में सफल रहा तो देश के पदक पक्का हो जाएगा। इतना ही नहीं भारतीय टीम के पास 1980 मॉस्को ओलंपिक के बाद हॉकी में स्वर्ण पदक जीतने का अवसर भी रहेगा।
रोहिदास के बाहर होने से ब्रिटेन को हुआ फायदा
रोहिदास को दूसरे क्वार्टर में रेड कार्ड मिला। दरअसर, रोहिहास की हॉकी स्टिक ब्रिटेन के एक खिलाड़ी के सिर पर लगी, लेकिन रेफरी ने इसे जानबूझकर किया गया कृत्य माना और उन्हें पूरे मैच से बाहर कर दिया। रोहिदास को रेड कार्ड मिलने का ब्रिटेन ने फायदा उठाते हुए 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन गोल नहीं कर सके। भारत को जवाबी हमले में 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदला। यह पेरिस ओलंपिक में उनका सातवां गोल था। ब्रिटेन टीम गेंद पर नियंत्रण में भारत पर लगातार भारी रही और 25वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर उसे वैरिएशन आजमाया लेकिन खाता नहीं खुल सका। अब तक शानदार प्रदर्शन कर रहे भारतीय डिफेंस में पहली बार चूक देखी गई और 27वें मिनट में सर्कल पर से गोल के सामने मिली गेंद को मोर्टन ने गोल के भीतर डाला।