(Pi Bureau)
भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बना ली है। विनेश ने महिला कुश्ती के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल के सेमीफाइनल मुकाबले में क्यूबा की पहलवान युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से करारी पटखनी दी। इसके साथ ही उन्होंने ओलंपिक में महिला कुश्ती के फाइनल तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान होने का इतिहास रच दिया। जीत के लिए हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है। अखिलेश यादव, योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। वहीं, सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने विनेश फोगाट के संघर्षों की याद दिलाई है।
गौरतलब है, पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने से पहले उन्होंने भारत में यौन उत्पीड़न के खिलाफ एक लंबी लड़ाई लड़ी है। विनेश और उनके साथी पहलवानों को ओलंपिक से पहले लंबे समय तक दिल्ली के जंतर-मंतर के बाहर धरने पर बैठना पड़ा था। राहुल ने विनेश को बधाई देते हुए इसे सत्ता के सिस्टम को उनकी तरफ से पटखनी बताया है
बहादुर बेटी के सामने सत्ता का पूरा तंत्र धराशाई पड़ा: कांग्रेस सांसद
रायबरेली से कांग्रेस सांसद व पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘एक ही दिन में दुनिया की तीन धुरंधर पहलवानों को हराने के बाद आज विनेश के साथ-साथ पूरा देश भावुक है। जिन्होंने भी विनेश और उसके साथियों के संघर्ष को झुठलाया, उनकी नीयत और काबिलियत तक पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए, उन सभी को जवाब मिल चुका है। आज भारत की बहादुर बेटी के सामने सत्ता का वो पूरा तंत्र धराशाई पड़ा था, जिसने उसे खून के आंसू रुलाए थे। चैंपियंस की यही पहचान है, वो अपना जवाब मैदान से देते हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि बहुत शुभकामनाएं विनेश। पेरिस में आपकी सफलता की गूंज, दिल्ली तक साफ सुनाई दे रही है।
प्रियंका ने भी बधाई दी
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी विनेश को बधाई देते हुए उनका संघर्ष याद किया। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा,’ शाबाश विनेश फोगाट, मैं जानती हूं कि आपके लिए यह सिर्फ ओलंपिक का कठिन मुकाबला भर नहीं है। आपने दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी को तो हराया ही, यह मैदान के भीतर और बाहर आपके संघर्षों की भी जीत है। आज पूरी दुनिया आपके हाथों में लहराता हुआ तिरंगा देख रही है। आप इस देश का गौरव हैं और हमेशा रहेंगी। खूब शुभकामनाएं।’
यूपी के सीएम ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘पेरिस ओलंपिक-2024 की महिला फ्रीस्टाइल 50KG कुश्ती के सेमीफाइनल में ऐतिहासिक विजय से फाइनल में पहुंचने वाली सुप्रसिद्ध भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट जी को हार्दिक बधाई। स्वर्णिम विजय अभियान अनवरत चलता रहे, यही कामना है। जय हिंद।’
अखिलेश यादव ने मानसिक जीत बताई
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे विनेश की मानसिक जीत बताते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘महान खिलाड़ी विनेश फोगाट की खेल में ही नहीं ये उनके लिए बहुत बड़ी मानसिक जीत भी है। फाइनल में पहुंचने पर उन्हें और देश के सच्चे खेल प्रेमियों को हार्दिक बधाई। फाइनल में जीत के लिए अनंत शुभकामनाएं।’
बहन बबीता ने भी दी शुभकामनाएं
पहलवान से राजनेता बन चुकीं बबीता ने बधाई देते हुए कहा, ‘महिला कुश्ती के ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट पहली भारतीय महिला पहलवान बनीं। गो फॉर गोल्ड। फाइनल में जीत के लिए अनंत शुभकामनाएं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह देश के लिए गर्व का दिन है। विनेश और उनके सपोर्ट स्टाफ ने जो मेहनत की है, सभी ने देश के लिए पदक जीतने में योगदान दिया है। मैं विनेश को बधाई देती हूं क्योंकि वह ओलंपिक में फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान है। 50 किग्रा वर्ग में लड़ने का उनका फैसला एक अच्छा कदम था। उन्होंने इस श्रेणी में अपने सभी पदक जीते हैं। यह उसके लिए एक उपयुक्त श्रेणी है मेरे पिता का सपना था कि हमारी बेटियां ओलंपिक में पदक जीतेंगी, आज यह पूरा होने जा रहा है।’
बता दें, जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के दौरान कॉमनवेल्थ गेम्स की पदक विजेता महिला पहलवान बबीता फोगाट की उनके साथ बेहद तनातनी हुई थी। बबीता और विनेश आपस में चेरी बहन भी हैं, लेकिन उस घटना ने दोनों के बीच दूरी पैदा कर दी थी।हालांकि बबीता ने अब विनेश को बधाई दी है।
कंगना ने दिलाई मोदी के खिलाफ नारे की याद
दूसरी ओर बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस और हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने भी विनेश की जीत पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘मैं भारत को पहला गोल्ड मेडल मिलने की प्रार्थना कर रही हूं। विनेश फौगाट ने एक वक्त आंदोलन में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी के लिए अपशब्द कहे थे। इसके बावजूद उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। उन्हें बेस्ट ट्रेंनिंग,कोच और सहूलियत मिली। यही लोकतंत्र और एक बढ़िया लीडर की खूबसूरती है।’
हमारे देश के लिए वो हिम्मत का प्रतीक: शशि थरूर
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट द्वारा फाइनल में प्रवेश करने पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, ‘हमारे देश के लिए वो हिम्मत का प्रतीक हैं। वे गोल्ड जीतकर आएंगी तो हमें बहुत ज्यादा खुशी होगी। अगर वे सिल्वर भी जीत कर आती हैं, तब भी हम खुश हैं।’
बहुत अभिमान की बात: अठावले
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, ‘यह भारत के लिए बहुत अभिमान की बात है। हमें स्वर्ण पदक की अपेक्षा है। भारत का प्रदर्शन काफी अच्छा दिखाई दे रहा है और सभी खिलाड़ी मेहनत करके वहां तक पहुंचे हैं।’
सुधा मूर्ति ने भी दी बधाई
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट द्वारा पेरिस ओलंपिक के फाइनल में प्रवेश करने पर राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति ने कहा, ‘मैं उन्हें(विनेश फोगाट) शुभकामनाएं देती हूं। हालांकि मैं अंतिम परिणाम आने तक इंतजार करूंगी क्योंकि तब आप बहुत अच्छे से जश्न मना सकते हैं। मैं उनके लिए प्रार्थना करूंगी और मुझे बहुत गर्व है चाहे वे जीतें या न जीतें। सच यह है कि वे आत्मविश्वास के साथ खेल रही हैं। यह जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है।’
क्या था यौन उत्पीड़न मामला?
पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे और कुछ भारतीय पहलवान लगातार बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे थे. हालांकि, बृजभूषण इन आरोपों से इनकार करते हैं। साल 2023 में पूरे साल बृजभूषण सिंह के खिलाफ विरोध चलता रहा। इस दौरान ऐसे दृश्य भी देखने को मिले जो खेल के इतिहास में पहले कभी नहीं देखे गए थे। पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने अपने सरकारी सम्मान ‘खेल रत्न’ और ‘अर्जुन पुरस्कार’ दिल्ली में फुटपाथ पर छोड़ दिए। दोनों पहलवानों ने पुलिस से इसे प्रधानमंत्री को सौंपने का अनुरोध किया था।
विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वो मेडल लौटा देंगी। उन्होंने कहा था, ‘इन पुरस्कारों का मेरी जिदगी में अब कोई मतलब नहीं रह गया है।’
इससे पहले पहलवान साक्षी मलिक ने खेल से संन्यास लेने की घोषणा की थी और पहलवान बजरंग पुनिया ने भी उन्हें मिला पद्मश्री पुरस्कार सरकार को लौटा दिया था। मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोप तय हो चुके हैं और दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।