(Pi Bureau)
नई दिल्ली : आपके स्मार्ट फ़ोन में ट्रू कॉलर नाम की एप्लीकेशन तो ज़रूर होगी, और अगर नहीं है तो परेशान होनी की ज़रूरत आपको नहीं है. दरअसल ख़बरों के मुताबिक ट्रू कॉलर एप्लीकेशन का इस्तेमाल काफी महंगा पड़ सकता है. रायपुर के एक इंजिनियर ने ट्रू कॉलर एप्लीकेशन पर भरोसा किया और 40 हजार ठगी का शिकार हो गया. चंद मिनटों में ही उसके अकॉउंट से ठगों ने 40 हजार की रकम उड़ा ली. पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ 420 का प्रकरण दर्ज किया है.
ट्रू कॉलर में मोबाइल होल्डर का वही नाम सामने आता है, जो की उनके डाटा बेस में दर्ज होता है. ठग इसका फायदा उठा रहे हैं. वे लोगों को ठगने के लिए डाटा बेस में फर्जी नाम व पहचान दर्ज कर रहे हैं. इस फर्जी पहचान पर विश्वास कर लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं.
रायपुर में ट्रू कॉलर पर भरोसा कर एक सब इंजीनियर 40 हजार रुपये की ठगी का शिकार हो गया. जल संसाधन विभाग में पदस्थ शिव प्रकाश मिश्रा को 8901054198 मोबाइल नंबर से फोन आया. फोन करने वाले शख्स ने अपना परिचय बताते हुए खुद को SBI का कर्मचारी बताया. उसने यह भी कहा कि उनका खाता आधार कार्ड से लिंक नहीं है. कॉल करने वाले शख्स की बातों से पहले तो सब इंजीनियर को शक हुआ. उन्होंने फ़ौरन ट्रू कॉलर एप के जरिये फोन करने वाले व्यक्ति का नाम सर्च किया.
मोबाइल की स्क्रीन पर यह इनकमिंग कॉल SBI के नाम से फोन नंबर दर्ज दिखाया गया. इसके बाद सब इंजीनियर ने ठग पर भरोसा कर लिया और उसे अकाउंट से जुड़ी सारी जानकारी दे दी. कुछ देर बाद उनके फोन नंबर पर बैंक से पैसे निकलने का मैसेज आया. ठग उनके खाते से 40 हजार रुपये निकाल चुका था. इसके बाद पीड़ित सब इंजीनियर शिव मिश्रा ने घटना की रिपोर्ट कबीर नगर थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने सब इंजीनियर की शिकायत पर धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया.