(Pi Exclusive)
यह कौन से लोग हैं। यह तो समय बताएगा, लेकिन इससे साफ है कि सपा में राष्ट्रीय से लेकर प्रदेश संगठन में बहुत कुछ बदलने वाला है। अखिलेश का यह कहना कि उन्हें करीबियों से धोखा न मिला होता तो विधानसभा चुनाव का रिजल्ट कुछ और होता। यह अपने आप में काफी कुछ इशारा कर रहा है।
अखिलेश कौन से करीबियों की ओर इशारा कर रहे हैं। अखिलेश के इशारों को समझा जाए तो पार्टी संगठन में जल्द ही बड़ा बदलाव हो सकता है। कुछ बड़े नेताओं को किनारे भी लगाया जा सकता है और अखिलेश के करीबियों को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी मिल सकती हैं।
कार्यकारी अध्यक्ष की भी चर्चा चल रही है।
एक चर्चा तो यह भी चल रही है कि 30 सितंबर से पहले अखिलेश यादव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे। चर्चाओं के मुताबिक इस चुनाव में राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह व कार्यकारी अध्यक्ष अखिलेश यादव हो सकते हैं। लेकिन पार्टी संविधान में संशोधन करके सारा अधिकारी कार्यकारी अध्यक्ष को दिया जा सकता है।
यह तो समय बताएगा कि इन चर्चाओं में कितना दम है, लेकिन संगठन में पूरी पकड़ अखिलेश के हाथों में ही होगी इसकी आवाज़ साफ सुनाई दे रही है।