(Pi Bureau)
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्र के प्रथम दिन ऑफिसियल तरीके से अपने अधिकारिक आवास- 5 कालिदास मार्ग में वैदिक हवन पूजन के साथ प्रवेश किया.
इस दौरान उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को बुलाकर सम्मानित किया और उपहार भी दिए । उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकारी काम की निगरानी करे और उनको दूरदराज गांवो तक ले जाये और उनका लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगो को मिले। उन्होंने कार्यकर्ताओ को आगाह किया कि वह तुष्टीकरण से बचे और किसी तरह की अराजकता बिलकुल न करें ।
योगी के सरकारी आवास 5 कालिदास पर बुधवार सुबह चार बजे से ही पूजा अर्चना शुरू हो गई थी । सीएम आवास पर बने मंदिर में गोरक्षपीठ से आए पुजारियों ने देवी पूजन किया और फिर पूरे घर में अक्षत छिड़का गया। योगी दोपहर सवा बारह बजे सीएम आवास पहुंचे। उन्होंने सीधे मंदिर में जाकर पूजा किया और तैयार फलाहार खाया। योगी के सरकारी आवास से चमड़े से जुडी हर चीज़ हटा दी गयी है. बता दें योगी पूरे नौ दिन नवरात्र के व्रत रखेंगे.
योग गुरु बाबा रामदेव उनसे मिलने पहुंचे। योग गुरु ने गले मिल कर मुख्यमंत्री को बधाई दी फिर मुख्यमंत्री रामदेव के साथ योग महोत्सव में गए।
योगी ने कार्यकर्ताओं को एक-एक कर सम्मानित किया। इसमें चुनाव प्रबंधन और संगठन से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे। कार्यकर्ताओं को सफेद और भगवा शॉल ओढ़ाने के साथ उपहार पैकेट भी दिए। पैकेट में कुछ को घड़ी मिली तो कुछ को मोबाइल। सम्मान की शुरुआत उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से की। योगी ने सबसे ज्यादा तारीफ केशव प्रसाद मौर्य और संगठन (महामंत्री) सुनील बंसल की की।
कार्यकर्ताओं के लिए सीएम आवास पर बिना लहुसन-प्याज का खाना बनवाया गया था। नवरात्रि में व्रत रखने वालों के लिए फलाहार की भी व्यवस्था थी। खाने में रोटी, दाल, चावल, सलाद, हरी सब्जी, पनीर की सब्जी और व्रत वालों के लिए कुट्टू के आटे की पूड़ी, दूध की मिठाई, मखाने की खीर के साथ फल भी रखे गए थे।
कर्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘पार्टी को ऐतिहासिक बहुमत मिला है, इस वजह से आपकी भूमिका भी बड़ी है। संगठन के माध्यम से ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि कार्यकर्ताओं की बात सरकार तक पहुंच सके और हम उसे लागू कर सकें।’ कार्यक्रम में सीएम के साथ मंच पर उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य, डॉ.दिनेश शर्मा के साथ केवल संगठन महामंत्री सुनील बंसल मौजूद थे। कार्यकर्ताओं के अलावा विधायकों और मंत्रियों के लिए भी भोजन का इंतजाम था