(Pi Bureau)
नई दिल्ली : कल ग्रेटर नोएडा में एक केन्याई लड़की पर हुये कथित हमले को लेकर आज ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा लड़की के दावे में कोई सच्चाई नहीं है. बताते चले पिछले कुछ दिनों से ग्रेटर नोएडा नस्लीय हिंसा के चलते मीडिया की सुर्खियों में आया था. ग्रेटर नोएडा में बड़ी तादाद में अफ़्रीकी मूल के लड़के लड़कियां हायर एजुकेशन के लिए आते है. कल वहां एक केन्याई मूल की लड़की पर कथित तौर पर हुये हमले की खबर आई थी .
इसी सन्दर्भ में पुलिस ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पुलिस के मुताबिक, लड़की के दावों में कोई सच्चाई नहीं है और उसका अपने दोस्तों के साथ ही झगड़ा हुआ था। नोएडा के एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह नस्लीय हमले का मामला नहीं है।
नोएडा के एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि केन्या की छात्रा ने हमले की जो बात कही है, वह प्रथम द्रष्टया सच नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि कैब में जीपीएस लगा हुआ था और जांच के बाद पता चला कि दावे में कोई सच्चाई नहीं है। एसएसपी ने कहा कि इस पूरी घटना में शुरू से अंत तक ड्राइवर लड़की के साथ था। उन्होंने कहा, ‘ड्राइवर से पूछताछ के बाद हमें नहीं लगता कि ऐसी कोई घटना घटी थी क्योंकि ड्राइवर के पास झूठ बोलने की कोई वजह नहीं है।’ इससे पहले, नोएडा में विदेशी स्टूडेंट्स पर हमले की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर कुछ लोग गृह मंत्री से मिलने पहुंचे थे। जिले के दो विधायक भी सीएम योगी आदित्यानाथ से मिलने लखनऊ गए।
वहीँ कैब चालक का कहना है कि लड़की ने चलती कार में शराब पी थी। हाई कमिशन ऑफ केन्या के काउंसलर फ्रेडरिक ने भी युवती के मारपीट के आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा- पारिवारिक कारणों से लड़की डिप्रेशन में थी। उसकी दोस्तों से ही मारपीट हुई लेकिन स्थानीय युवकों पर मारपीट का आरोप लगाया था।