(Pi Bureau)
नई दिल्ली। विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा में आज भी प्रश्नकाल नहीं चल सका और सदन की कार्रवाई को बुधवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। सदन में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की कोशिश की गई लेकिन हंगामे के कारण ऐसा नहीं हो पाया।
सदन के आरंभ होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल की घोषणा की लेकिन तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने आसन के सामने आकर नारेबाजी शुरू कर दी जबकि कांग्रेस एवं तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने अपने स्थान से ही अपने मुद्दे जोर शोर से उठाए। ये सदस्य हाथों में बैनर और प्लेकार्ड लिए हुए थे। बजट सत्र के दूसरे चरण के पांच मार्च से शुरू होने के दिन से ही सदन में विभिन्न मुद्दों को लेकर गतिरोध जारी है।
आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने और कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड का गठन करने के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने राज्यसभा में भारी हंगामा किया गया जिसके कारण सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इस तरह से बजट सत्र के दूसरे चरण में लगातार 12वें दिन तक सदन में कोई कामकाज नहीं हुआ। सभापति एम. वेंकैंया नायडू ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरु करते हुए मंत्रियों को जरूरी विधायी कागजात पटल पर रखने के निर्देश दिए। नायडु ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सदन में आपका बर्ताव मजाक का विषय बन जाएगा। सरकार सदन में बहस कराने के लिए तैयार है लेकिन सदस्यों ने सभापति की बातों पर ध्यान नहीं दिया और वे हंगामा करते रहे।