(Pi Bureau)
नई दिल्ली : फेसबुक डाटा लीक मामले में मार्क जुकरबर्ग ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने मुद्दे को लेकर फेसबुक पर पोस्ट लिखा है. जुकरबर्ग ने लिखा कि हम अपनी गलती कबूलते हैं. कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे भी कड़े कदम उठा सकती है. उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि लोगों के डेटा को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है, अगर हम इसमें फेल होते हैं तो ये हमारी गलती है.
मार्क ने कहा कि हमसे कई गलतियां हुई हैं, लेकिन इसको सुधारने पर काम किया जा रहा है. मार्क ने लिखा कि फेसबुक को मैंने शुरू किया था, इसके साथ अगर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी मेरी ही है, हम अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करते रहेंगे, हम एक बार फिर आप सबका विश्वास जीतेंगे. साथ ही जुकरबर्ग ने बताया कि 2007 में उन्होंने फेसबुक पर कई नई चीजें अपडेट की थी जिसमें जन्मदिन, एड्रेस बुक, मैप्स जैसे कई एप्स शामिल थे, इसके जरिए यूजर्स के दोस्त कौन हैं जैसी जानकारियां हासिल की गई थीं.
मामला-
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद करने वाली एक फर्म ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ पर लगभग 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स के निजी जानकारी चुराने के आरोप लगे हैं. इस जानकारी को कथित तौर पर चुनाव के दौरान ट्रंप को जिताने में सहयोग और विरोधी की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया. वहीं भारत ने फेसबुक को आगाह किया कि यदि उसने देश की चुनाव प्रक्रिया को किसी भी अवांछित तरीके से प्रभावित करने का प्रयास किया तो उसे कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. अमेरिका के नियामक द्वारा फेसबुक के खिलाफ प्रयोगकर्ताओं की गोपनीयता के संभावित उल्लंघन की जांच की जा रही है. सूचना प्रौद्योगिकी और कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज कहा कि सरकार प्रेस, भाषण और अभिव्यक्ति की आजादी का पूरा समर्थन करती है.