(Pi Bureau) फरीदाबाद। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अब केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी माफी मांग ली है। आप नेता संजय सिंह, आशुतोष, राघव चड्ढा और केजरीवाल ने संयुक्त पत्र लिखकर जेटली से मानहानि केस में माफी मांगी है। दरअसल, आप नेताओं ने जेटली पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
केजरीवाल समेत अन्य नेताओं ने आरोप लगाया था कि डीडीसीए के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जेटली ने भ्रष्टाचार किया था। इन आरोपों के बाद जेटली ने आप नेताओं पर 10 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया था। आप नेता पिछले करीब तीन सालों से मानहानि केस को झेल रहे हैं, लेकिन अब इन नेताओं द्वारा खत लिखकर माफी मांगी जा चुकी है।
केजरीवाल ने माफीनामे में जेटली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने दिसंबर 2015 में आपको लेकर कुछ बयान दिया था। मेरे द्वारा दिया गया बयान कुछ ऐसे दस्तावेजों और जानकारियों पर आधारित था, जो मुझे कुछ लोगों द्वारा मुहैया कराई गई थी। हालांकि अब मुझे पता चल गया है कि जो भी जानकारी मुझे मिली थी वह सही नहीं थी और उन गलत जानकारियों के आधार पर मैंने आपके ऊपर आरोप लगाए थे। इसलिए मेरे द्वारा जो भी आरोप आपके ऊपर लगाए गए थे, उन सभी को वापस लेना चाहता हूं।
इन आरोपों से आपकी छवि को जो भी नुकसान हुआ है मैं उसके लिए आपसे और आपके परिवार से माफी मांगता हूं। मानहानि केस की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में मेरे वकील राम जेठमलानी द्वारा द्वेषपूर्ण बयान दिया गया था, मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।’
इसके साथ केजरीवाल ने जेटली से इस केस को खत्म करने की बात भी कही। उन्होंने कहा, ‘हम दोनों अलग-अलग पार्टियों से आते हैं। मुझे लगता है कि हम दोनों के बीच जारी इस मुकदमे को हमें खत्म कर देना चाहिए और देश की जनता के लिए काम करना चाहिए।’ हालांकि जेटली की तरफ से अभी तक इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। आपको बता दें कि इससे पहले केजरीवाल अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से माफी मांग चुके हैं।
राम जेठमलानी ने रखी अपनी ये बात
उस समय राम जेठमलानी ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए पुष्टि की और कहा कि अब मैं उनका वकील नही हूं। कारण पूछे जाने पर वह बोले, ये क्लाइंट का अधिकार है कि उसको कोई वकील चाहिए या नहीं। उन्होंने खुद जाकर अरुण जेटली के साथ सेटलमेंट किया ताकि वे केस वापस ले लें।