योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही गोरखपुर हवाई अड्डे से विदेशी उड़ानों की संभावनाएं बलवती !!!

 

हरिकेश सिंह

गोरखपुर। लगता है कि महानगर में योजनाओं को पंख लग चुके है। पूर्वांचल के महत्वपूर्ण जनपद गोरखपुर और आस-पास के जनपदों के लोगों को जहां महानगरों की यात्रा के लिए कामचलाऊ ट्रेनों और बसों का सहारा लेना पड़ता था।केंद्र में बीजेपी की सरकार बनते ही यहां की किस्मत को पंख लग गए,या यूँ कहे कि इस अंचल के लोगों की लाटरी ही लग गयी।

जी हां,बात कर रहे है अब गोरखपुर क्षेत्र के निवासियों के हवाई यात्रा की , तो जल्द ही यहां के लोग अपने ही शहर की जमीन से सीधे उड़ान भर कर विदेशी जमीन पर उतर जाएंगे। योगी आदित्यनाथ के मुख्य मंत्री बनते ही इस योजना को पूर्ण होने में बस चन्द माह
का इन्तजार है।

अब तक गोरखपुर से दिल्ली और कोलकाता की ही हवाई उड़ानें होती रही है,किन्तु अब पूर्वांचल के गोरखपुर हवाई अड्डे से दिल्ली-मुम्बई और कोलकाता के साथ ही विदेशों की भी उड़ान भरी जा सकेगी। योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने से इसकी संभावनाएं बलवती हो गई है। इसकी वजह है कि जब योगी आदित्यनाथ सांसद थे,तो वह स्वयं कई बार इस एअरपोर्ट को इंटरनेशनल एअरपोर्ट बनाने की मांग संसद में उठा चुके हैं।जिसके लिए मानकों के मुताबिक विमानपत्तन बनाने के लिए लगभग दो से ढाई एकड़ जमीन की आवश्यकता थी और इस जमीन को उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी पूर्ववर्ती राज्य सरकार की थी।जो किन्ही कारणोंवश उपलब्ध नही करायी जा पा रही थी और यही वजह थी कि काफी दिनों से पूरा मामला अधर में लटका था। अब चूँकि केंद्र के साथ ही प्रदेश में भी बीजेपी की सरकार बन चुकी है।सबसे बड़ी बात ये है कि इस मामले को संसद में बार बार उठाने वाले सांसद योगी आदित्यनाथ अब स्वयं प्रदेश के मुख्य मंत्री बन चुके है।लिहाजा अब जिला प्रशासन भी योगी के इस सपने को पूरा करने में जुट गया है।सूत्रों के अनुसार योगी के सीएम बनते ही एअरपोर्ट को करीब दो एकड़ जमीन दिए जाने की सहमति बन गई है। जल्द ही एअरपोर्ट अथॉरिटी को जमीन आवंटित हो जाएगी।
हालाँकि पूर्व में ही गोरखपुर के एयरपोर्ट टर्मिनल का शिलान्यास करने आ चुके केंद्रीय उड्डयन मंत्री अपनी टीम के साथ विचार विमर्श भी कर चुके है । आवश्यकताओ को देखते हुए नागरिक उड्डयन मंत्रालय भी विदेशी उड़ान के लिए सहमति जता चुका है। ऐसे में जमीन मिलते ही एअरपोर्ट टर्मिनल पर सुविधाओं को बढ़ाने का काम शुरू हो जाएगा। अपने महानगर के इस हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की मंजूरी मिलते ही शुरुआत में यहां से काठमाण्डू, सिंगापुर, बैंकाक (थाईलैण्ड),अन्य नजदीकी गंतव्यों के लिए विमान सेवा शुरू हो सकती है। जिससे इन जगहों के लिए विमान सेवाओं के शुरू हो जाने से बौद्ध परिपथ के इस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार की भी संभावनाएं बढ़ेंगी।इसके साथ ही गोरखपुर और आस-पास के क्षेत्रों के लगभग हजारों लोगों को होगा। जो जीविकोपार्जन के सिलसिले में काठमाण्डू, सिंगापुर, बैंकाक व थाईलैण्ड के विभिन्न स्थानों पर प्रवास करते हैं। अब तक इन लोगों को अपने गंतव्य तक जाने और वापस आने के लिए कोलकाता और दिल्ली तक फ्लाइट लेनी होती थी और उसके बाद गोरखपुर तक आने-जाने के लिए  अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ता है।

 

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