(Pi Bureau)
नई दिल्ली : फेसबुक के मलिक जुकरबर्ग ने लिखित माफ़ी के बाद अमेरिकी सीनेट के सामने भी माफ़ी मांगी. जुकरबर्ग ने इसके साथ ही भरोसा भी दिलाया की आने वाले भारत के चुनाव में डाटा लीक न होने के जिम्मेदारी लेते हैं और चुनाव सुरक्षित होने की गारंटी देते हैं.
सीनेट के सामने उन्होंने कहा जो कुछ भी हुआ उसके लिए सिर्फ वो जिम्मेदार हैं. मार्क जुकरबर्ग ने सीनेट को यह भी भरोसा दिलाया कि वह और उनकी टीम इस पर काम कर रहे हैं कि भारत और दूसरे देशों में होने वाले चुनाव बिल्कुल निष्पक्ष हों. जुकरबर्ग के मुताबिक, उनकी कंपनी हर मुमकिन कोशिश कर रही है कि जो गलती हुई वो दोबारा न दोहराई जाए. कैपिटोल हिल में सीनेट के सामने मार्क जुकरबर्ग ने कहा 2018 एक बेहद अहम साल है. भारत और पाकिस्तान जैसे कई देशों में चुनाव होने हैं. हम हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं चुनाव पूरी तरह सुरक्षित रहें, इस पर काम चल रहा है.
दुनिया की सबसे लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के सीईओ और फाउंडर ने कहा फेसबुक अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह से नहीं निभा पाया. उन्होंने माफी मांगते हुए यह माना कि उनके प्लटेफॉर्म का इस्तेमाल झूठी खबरों और चुनाव को बिगाड़ने के लिए किया गया.
33 वर्षिय अरबपति जुकरबर्ग ने कहा उन्हें अफसोस है कि उनकी कंपनी ने 2016 में हुए अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने वाली रूस की गड़बड़ी को देर से पकड़ा. जिसका फायदा डोनाल्ड ट्रंप को मिला. आज वह अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति हैं.