कब्र से गायब हुआ इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन का शव..!!!

(Pi Bureau)

नई दिल्ली : इराक पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन जिनसे कभी दुनिया के कई बड़े देश तक खौंफ खाते थे. सद्दाम को सन 2006 में फांसी दी गई थी. अब उनकी कब्र पूरी तरह से कंक्रीट में बदल चुकी है. सद्दाम को उनके गांव अल-अवजा में दफनाया गया था, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब उनके शव के अवशेष भी यहां पर मौजूद नहीं हैं.

न्‍यूज एजेंसी एएफपी की ओर से इस बारे में एक रिपोर्ट के जरिए जानकारी दी गई है. जब सद्दाम को फांसी पर लटकाया गया था तब उस समय अमेरिका के राष्‍ट्रपति जॉर्ज बुश थे और उन्‍होंने खुद मिलिट्री हेलीकॉप्‍टर से सद्दाम की डेड बॉडी को बगदाद रवाना किया और फिर अल-अवजा में उन्‍हें दफनाया गया था. 12 वर्ष पूरे होने वाले हैं लेकिन इतने वर्षों के बाद अब उनके शव को लेकर सवाल उठा रहे हैं, जो सवाल एएफपी की रिपोर्ट में उठाए गए हैं उसके तहत सद्दाम का शव आखिर कहां गया, क्‍या वह अल-अवजा में ही है या फिर उसे खोदकर निकाल लिया गया और अगर निकाल लिया गया है तो फिर उनके शव को कहां ले जाया गया है?

सद्दाम को जब फांसी की सजा सुनाई गई तो उनकी उम्र 69 वर्ष थी और फांसी देने के बाद तड़के ही उनके शव को दफना दिया गया था. कई लोग आते थे कब्र देखने जहां उनका शव दफनाया गया वह जगह उनके चाहने वालनों के लिए एक तीर्थस्‍थान में बदल गई. स्‍कूल के बच्‍चों के अलावा उनके सपोर्टर्स 28 अप्रैल को हर वर्ष उनके जन्‍मदिन के मौके पर यहां इकट्ठा होते थे. हालांकि कुछ समय के बाद यहां पर आने के लिए स्‍पेशल परमिशन की जरूरत होने लगी थी.

सद्दाम के वंश से जुड़े शेख मनफ अली अल-निदा ने एएफपी को बताया है कि उनकी कब्र को खोदा गया और उन्हें जला दिया गया. हालांकि उन्‍होंने यह बात भी मानी कि उन्होंने ऐसा होते हुए नहीं देखा. वहीं दूसरी तरफ सद्दाम की कब्र की सुरक्षा में लगे शिया पैरामिलिट्री फोर्सेज का कहना है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस के आतंकियों की तैनाती के बाद यहां पर इराकी सेना की ओर से हवाई हमले हुए और इन हमलों में ही कब्र बर्बाद हो गई है. सिक्‍योरिटी फोर्सेज के मुखिया जाफर अल-घरावी ने जोर देते हुए कहा- सद्दाम का शव अभी भी यहीं है.

सद्दाम के लिए काम कर चुके एक लड़ाके की मानें तो उनकी निर्वासित बेटी हाला एक प्राइवेट जेट से अवजाह आईं और अपने पिता के शव को अपने साथ जॉर्डन ले गईं. इस पर सद्दाम के समय के स्टूडेंट और अब प्रोफेसर बन चुके एक शख्स ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, ‘हाला कभी इराक लौटी ही नहीं. शव को किसी अनजान और सीक्रेट जगह पर ले जाया गया है. कोई नहीं जानता कि शव को कौन और कहां ले गया. पर कुछ अन्य लोगों की तरह ही बगदाद निवासी अबु समीर का मानना है कि सद्दाम अभी भी जिंदा है. उन्होंने कहा-सद्दाम मरे नहीं, जिसे फांसी दी गई थी, वह उनके हमशक्लों में से एक था.

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