(Pi Bureau)
नई दिल्ली : अमेरिका के एक फ़र्टिलिटी क्लिनिक में 99 पुरुषों पर की गई स्टडी से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. स्टडी में पता चला है कि कि पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है, जो कि चिंता का विषय है. शुक्राणुओं की संख्या में गिरावट का सीधा संबंध प्रजनन क्षमता से है. आपका स्पर्म काउंट यानी शुक्राणु की संख्या कितनी है इसका संबंध खान-पान से भी है. यह काफी हद तक इस पर निर्भर करता है कि आप क्या खाते पीते हैं.
अगर आपके आहार में वसा की मात्रा ज़्यादा है तो स्पर्म काउंट में निश्चित तौर पर गिरावट आती है. इस स्टडी में पता चला कि जो जंक फूड ज़्यादा खाते हैं उनके शुक्राणु की गुणवत्ता काफ़ी कमज़ोर थी. जिनके शरीर में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा पर्याप्त होती है उनके शुक्राणु की गुणवत्ता बेहतरीन होती है. यह एसिड मछली और वनस्पतियों के तेल में पाया जाता है.
स्टडी के अनुसार जो ज़्यादा वसा खाते हैं उनका स्पर्म काउंट 43 फ़ीसदी कम होता है और शुक्राणु की सघनता भी कम होती है. जो ओमेगा-3 फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में लेते हैं उनके स्पर्म की गुणवत्ता काफ़ी अच्छी होती है.
एक और अध्ययन के मुताबिक अगर स्पर्म काउंट में गिरावट नहीं थमी तो मानव एक दुर्लभ प्रजाति की सूची में शामिल हो जाएगा. कई स्टडी में यह बात सामने आई है कि उत्तरी अमरीका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के पुरुषों में पिछले 40 सालों से कम वक़्त के दौरान स्पर्म काउंट आधा हो गया है.
जब एक पुरुष के वीर्य में पांच करोड़ से 15 करोड़ तक शुक्राणु की संख्या होती है तो वो महिलाओं के फलोपीअन ट्यूब में तत्काल तैरने लगता है. हालांकि यह सब कुछ इतना आसान नहीं होता है. कई बार एक ही स्पर्म महिलाओं के अंडाणु के लिए पर्याप्त होता है.
कैसे बचा जाए कम होती स्पर्म काउंट की समस्या से-
-बहुत टाइट अंडरवेयर नहीं पहनें
-गर्म पानी से भी नहाने से बचें. कई स्टडी में यह बात सामने आई है कि स्पर्म प्रॉडक्शन के लिए कम तापमान का होना उसके हक़ में होता है. गर्म पानी से नहाते वक़्त आपके अंडकोष का तापमान बाधित होता और इससे स्पर्म काउंट पर सीधा असर पड़ता है.
-यौन संक्रमण से बचकर रहें.
-शराब पीना बिल्कुल बंद करें. शराब के सेवन आपके टेस्टास्टरोन हॉर्मोन्स की सेहत में गिरावट आती है. इस हॉर्मोन का सीधा संबंध यौन क्षमता से होता है.
-ख़ुद को फिट रखें और तोंद नहीं निकलने दें.
-कसरत करें, लेकिन बहुत ज़्यादा नहीं करें.
-आप कितनी नींद लेते हैं इसका सीधा संबंध आपकी सेहत से है. अगर आप हर दिन सात से आठ घंटे भी नहीं सोते हैं तो प्रजनन क्षमता के बुरे दिन शुरू हो जाते हैं.