(Pi Bureau)
नई दिल्ली । वैज्ञानिकों ने एक किफायती, नन्हा स्मार्ट फोन रीडर विकसित करने का दावा किया है जो बैक्टीरिया और वायरस से होने वाले गलसुआ, खसरा, हरपीज जैसे रोगों का पता लगा सकता है। इतना ही नहीं, यह स्मार्टफोन रीडर चिकित्सकीय प्रयोगशालाओं में होने वाले संक्रमण का भी पता लगा सकता है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह स्मार्टफोन रीडर अपने परिणाम जल्द ही देता है।
यह खास तौर पर ग्रामीण और संसाधनों से वंचित ऐसे इलाकों में अधिक उपयोगी होगा जहां कई बार जांच के लिए उपकरण और चिकित्साकर्मी उपलब्ध नहीं होते। अमेरिका में वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधार्थियों ने पाया कि एक मानकीकृत प्रयोगशाला जांच की तरह ही उनका स्मार्टफोन रीडर बैक्टीरिया और वायरस से होने वाले गलसुआ, खसरा, हरपीज जैसे 12 प्रकार के संक्रमण का पता लगा सकता है।
हथेली के आकार के इस उपकरण का वैज्ञानिकों ने अमेरिका के हॉस्पिटल ऑफ यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिलवानिया में 771 मरीजों के नमूनों पर परीक्षण किया। उन्होंने जांच के नतीजे 99.9 फीसदी पूरी तरह सटीक पाए। जांच के लिए स्मार्टफोन रीडर ने नमूनों की फोटो ली और सकारात्मक या नकारात्मक परिणाम तय करने के लिए कंप्यूटर के एक प्रोग्राम की मदद से रंग का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया। अब शोधार्थियों ने इस स्मार्टफोन रीडर के पेटेन्ट के लिए आवेदन दिया है। उन्हें उम्मीद है कि इसके और अधिक क्लीनिकल परीक्षण किए जाएंगे और इसका व्यापक पैमाने पर उपयोग होगा।