(Pi Bureau)
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के लखनऊ में तीन बच्चियों ने अपना घर इसलिए छोड़ दिया क्योंकि माता-पिता ने बड़ी बहन की पढ़ाई बंद करा दी। बच्चियां पढ़ना चाहती थीं लेकिन उनके माता पिता उन्हें घर के लिए पैसा कमाने के लिए काम करने का दबाव बना रहे थे। इनमें दो सगी बहनें हैं जबकि एक उनकी चचेरी बहन है। बच्चियां सीतापुर, लखीमपुर और शाहजहांपुर के लिए जा रही थीं तभी पुलिस ने उन्हें रास्ते में पकड़ लिया।
16, 14 और 13 साल की ये बच्चियां इंदिरा नगर के सेक्टर 9 में झोपड़पट्टी की रहने वाली हैं। 16 साल की बच्ची कक्षा दसवीं की छात्रा है। वह आगे पढ़ना चाहती थी लेकन उसके माता पिता ने उसकी पढ़ाई बंद करा दी थी। उसने घर छोड़ने का फैसला लिया।
पुलिस ने बताया कि तीनों बहनों में बहुत प्यार है। उन्होंने भी दीदी के साथ घर छोड़ने की बात कही। 23 अप्रैल की रात तीनों बहनें एक ही साईकिल पर सवार होकर घर से भाग निकलीं।अगले दिन सुबह घर से तीनों बच्चियों के गायब होने की सूचना से हड़कंप मच गया। घरवालों ने पुलिस को सूचना दी।
इधर तीनों बहनें 24 अप्रैल को सीतापुर पहुंच गईं पास में रुपये नहीं थे इसलिए उन्होंने अपनी साईकिल बेच दी। वहां से रुपये लेकर वे तीनों लोकल ट्रेन से शाहजहांपुर की तरफ निकल गईं। शाहजहांपुर से वे लखीमपुर पहुंचीं।
लखीमपुर से वे लोग अनजाने में लखनऊ की ट्रेन में सवार हो गईं और वापस लखनऊ पहुंच गईं। वे फिर से कैसरबाग बस अड्डे पहुंची। वहां मौजूद पुलिस को तीनों की गतिविधियां देखकर कुछ शक हुआ तो उनसे पूछताछ की।
इंदिरानगर इंस्पेक्टर मुकुल वर्मा ने बताया कि पूछताछ में बहनों ने पुलिस को पूरी बात बताई। तीनों के बयान दर्ज कर मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। इधर पुलिस ने बच्चियों के माता-पिता से यह वादा लिया है कि वे उन्हें काम में लगाने की बजाए पढ़ाएंगे।