(Pi Bureau)
नई दिल्ली। एक आरटीआई आवेदन पर मिली जानकारी के अनुसार मोदी सरकार ने मई 2014 में सत्तारूढ़ होने के बाद से विज्ञापनों पर 4,343 करोड़ रूपए खर्च किए हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाली एजेंसी ‘‘ ब्यूरो ऑफ आउटरिच कम्युनिकेशन ’’ ने मुंबई के आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली के आरटीआई आवेदन पर यह जानकारी दी। एजेंसी ने बताया कि यह राशि प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के अलावा आउटडोर प्रचार पर खर्च की गयी।
वित्तीय सलाहकार तपन सूत्रधार ने दिया खर्च का ब्यौरा
एजेंसी ने कहा कि सरकार ने अपने कार्यक्रमों के विभिन्न मीडिया मंचों पर विज्ञापन पर 4,343.26 करोड़ रूपए खर्च किए। मिली जानकारी के अनुसार एक जून 2014 से सात दिसंबर 2017 के बीच प्रिंट मीडिया में विज्ञापनों पर 1732.15 करोड़ रूपए खर्च किए गए जबकि इलेक्ट्रोनिक मीडिया में एक जून 2014 से 31 मार्च 2018 के बीच 2079.87 करोड़ रूपए खर्च किए गए।
जून 2014 से जनवरी 2018 के बीच आउटडोर विज्ञापनों पर 531.24 करोड़ रूपए खर्च किए गए। एजेंसी के वित्तीय सलाहकार तपन सूत्रधार ने खर्च का ब्यौरा दिया। जवाब में कहा गया है कि प्रिंट मीडिया में समाचार पत्र, पत्रिकाएं आती हैं वहीं इलेक्ट्रोनिक मीडिया में टीवी, इंटरनेट, रेडियो, डिजिटल सिनेमा, एसएमएस आदि आते हैं। आउटडोर विज्ञापनों में पोस्टर , बैनर , होर्डिंग , रेलवे टिकट आदि आते हैं।