नार्थ कोरिया की अमेरिका को धमकी, एटम बम खत्म करने के दबाव पर बन्द कर देंगे वार्ता

सीओल । उत्तरी कोरिया ने बुधवार को दक्षिण कोरिया के साथ होने वाली उच्च स्तरीय वार्ता को रद कर दिया है। इसके साथ किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अगले महीने होने वाली बहुप्रतीक्षित शिखर वार्ता को भी संदेह में रख दिया है।

उसने राजनयिकों को धमकी देते हुए कहा है कि यदि वाशिंगटन एकतरफा परमाणुकरण पर जोर देता है तो वे होने वाले बैठक पर पुनर्विचार कर सकते हैं। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया केसीएनए के मुताबिक, किम जोंग ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका की ओर से जारी संयुक्त सैन्य अभ्यास से नाराज होकर यह फैसला लिया है।

इन शर्तों पर परमाणु निस्त्रीकरण
विदेश मामलों के वाइस मिनिस्टर किम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘यदि अमेरिका हमारे एकपक्षीय परमाणु त्याग के लिए मजबूर करने की कोशिश करता है तो हम अब इस तरह के वार्ता में दिलचस्पी नहीं ले पाएंगे और डीपीआरके-यूएस शिखर सम्मेलन में पर पुनर्विचार किये जायेंगे।’ बता दें कि उत्तर का आधिकारिक नाम, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया है।

उन्होंने कहा, ‘हमने पहले ही कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणुकरण के लिए अपना इरादा साफ़ कर दिया है और कई मौको पर बताया है कि परमाणु निस्त्रीकरण के लिए पहला शर्त डीपीआरके विरोधी नीति और परमाणु खतरों और संयुक्त राज्य अमेरिका के ब्लैकमेल को समाप्त करना है।’

इन दिन होनी थी मुलाकात
हालांकि उत्तर कोरिया के वार्ता रद किए जाने की धमकी के बीच अमेरिका ने कहा है कि वह प्योंगयोंग की चेतावनी के बावजूद शिखर वार्ता सम्मेलन की तैयारियां कर रहा है और उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच यह वार्ता होगी। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 12 जून को सिंगापुर में वार्ता होने वाली है। दोनों देशों के नेताओं की ये पहली मुलाकात होनी है। दोनों देशों का लक्ष्य कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण और सत्यापित परमाणुकरण को प्राप्त करना है।

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