(Pi Bureau)
लखनऊ । वीवीआईपी मूवमेंट से अक्सर राजधानीवासियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है परंतु लोग इसकी शिकायत करने का हौंसला नहीं जुटा पाते है । रविवार को अमेठी दौरे से लौट रही केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को इसी वीवीआईपी मूवमेंट के चलते दो युवकों के गुस्से को झेलना पड़ गया । युवकों ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस तक केन्द्रीय मंत्री के काफिले का पीछा किया और वीवीआईपी कल्चर को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की । कार सवार युवक प्रदीप सिंह ने कहा कि मैं आपके काफिले का पीछा करते हुए यहॉ तक पहुंचा हूं और मेरा ब्लड प्रैशर बड़ गया है । स्मृति ईरानी ने कहा कि भइया गुस्सा न करो, पूरी बात तो बताइए ।
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचते ही प्रदीप सिंह नामक व्यक्ति स्मृति ईरानी के काफिले का पीछा करते हुए वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंचा । प्रदीप ने वीवीआईपी कल्चर को लेकर मंत्री से शिकायत की, कि स्मृति ईरानी के काफिले ने सूर्या अॉडिटोरियम के आगे उनसें दुर्व्यवहार किया, हूटर बजाती गाड़ियों ने जगह न होने पर भी कार किनारे करने को कहा और इससें बड़ा हादसा हो सकता था। ईरानी ने तुरंत पुलिस को बुला कर तुरंत मामला देखने का निर्देश दिया । प्रदीप ने आरोप लगाया कि ये वीवीआईपी कल्चर अखिलेश सरकार में भी था और अब योगी सरकार में भी चल रहा है । हलांकि पुलिस कार्यवाही से प्रदीप संतुष्ट हो गये है और उनकें साथ कार में चल रहे नमित दुबे ने कहा कि इसमें स्मृति ईरानी की गलती नहीं है पर ये वीवीआईपी कल्चर गलत है । प्रदीप सिंह और नमित दुबे को एफआईआर दर्ज करवाने के लिये कैण्ट थाने की पुलिस ले गयी है ।
गौरतलब है कि कुछ ही दिनों पहले दिल्ली में स्मृति ईरानी ने स्वयं पीछा करके कार सवार युवकों को पकड़ा था । आज उसके उलट युवकों ने स्मृति ईरानी के काफिले का पीछा किया और वीवीआईपी गेस्ट हाउस पहुंच कर केन्द्रीय मंत्री से सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए शिकायत की ।