(Pi Bureau) नई दिल्ली। ग्रेटर नोएडा में बन रहे पतंजलि फूड पार्क के प्रस्ताव को रद्द करने की चर्चाओं के बीच देर रात सीएम योगी और बाबा रामदेव के बीच इस बात को लेकर मसला सुलझ गया है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योग गुरु बाबा रामदेव से बात कर मामले को आगे बढ़ने से पहले ही रोक लिया। उन्होंने बाबा को समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया है।
मंगलवार को पतंजलि के आचार्य बालकृष्ण ने ट्वीट कर प्रोजेक्ट कहीं और ले जाने की बात कह दी थी, लेकिन देर रात मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और योग गुरु बाबा रामदेव के बीच बात हो गई और प्रोजेक्ट कहीं और जाने से बच गया। सूत्रों के अनुसार, इससे पहले अधिकारियों को यही उम्मीद थी कि कि इस साल के अंत तक प्रोजेक्ट में उत्पादन शुरू हो जाएगा।
बता दें कि, ग्रेटर नोएडा में बन रहे पतंजलि फूड पार्क को लेकर बाबा रामदेव ने बड़ा बयान दिया था। बाबा रामदेव ने इस प्रोजेक्ट को लेकर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया । उन्होंने कहा कि पतंजलि योग पीठ की तरफ से उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित फूड पार्क की औपचारिकताओं में सरकार दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। इसलिए इस प्रोजेक्ट से हाथ खींचे जा रहे हैं।
पतंजलि आयुर्वेद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आचार्य बालकृष्ण ने बाबा रामदेव की तरफ से दिए बयान में कहा कि, उत्तर प्रदेश सरकार पतंजलि को सपोर्ट नहीं कर रहा है। इस वजह से उन्होंने इस परियोजना को किसी और राज्य में ले जाने का मन बनाया है।
बता दें कि, सपा सरकार में नवंबर 2016 में पतंजलि उद्योग को करीब 455 एकड़ जमीन आवंटित किया गया था। सेक्टर 24 व 24ए में औद्योगिक भूखंड दिया गया है, जबकि सेक्टर-22ई में संस्थागत भूखंड आवंटित किया गया है।
इसके एवज में करीब 10 फीसदी रकम जमा कर काम भी शुरू हो गया था। लेकिन अब बाबा योगी सरकार ने इस प्रोजेक्ट की सैद्धांतिक अनुमति को रद्द कर दिया है। हालांकि इस पर पतंजलि प्रशासन का कहना है कि योगी सरकार काम में मदद नहीं कर रही है इसलिए इस प्रोजेक्ट से हाथ खींचे जा रहे हैं।
यीडा को दी थी इतनी जमीन-
पतंजलि ग्रामोद्योग 25-30 एकड़
दिव्य फार्मेसी 50-60 एकड़
पतंजलि आयुर्वेद 125-150 एकड़
ट्रस्ट, महाविद्यालय व आवास 125-150 एकड़
आचार्य कुलम 60 एकड़