(Pi Bureau)
बिजनेस डेस्क। कर्ज में डूबी कंपनी रुचि सोया को खरीदने के लिए बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद और अडानी ग्रुप में अब सीधी टक्कर होगी। योग गुरु बाबा रामदेव के अनुसार रुचि सोया को कर्ज देने वाले बैंकों ने अडानी ग्रुप और पतंजलि से दोबारा नीलामी करने के लिए कहा है।
बैंकों ने कर्ज में डूबी रुचि सोया के लिए ज्यादा से ज्यादा वैल्युएशन हासिल करने के लिए ऐसा किया है। ऐसे में पतंजलि और अडानी ग्रुप में से किसी एक को ही रुचि सोया मिलेगी। साथ ही दोनों कंपनियों को अपनी बोली में इजाफा करना होगा।
बाबा रामदेव के अनुसार कमेटी ऑफ क्रैडिटर्स (सी.ओ.सी.) ने रुचि सोया के लिए फ्रैश बिड करने को कहा है जिससे उन्हें ज्यादा पैसे मिल सकें। मिशन फिट इंडिया अभियान के तहत यहां एक कार्यक्रम में आए बाबा रामदेव ने यह जानकारी दी है। हालांकि उन्होंने इस बारे ज्यादा ब्यौरा नहीं दिया और रुचि सोया को लेकर अपनी कंपनी का अगला प्लान भी बताने से इन्कार कर दिया।
4300 करोड़ रुपए की बोली लगा चुकी है पतंजलि
30 मई को भरी गई बिड के अनुसार पतंजलि ने सबसे ज्यादा 4300 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी। इसके अलावा रुचि सोया में कैपिटल डालने का भी प्लान पेश किया था। हालांकि अंतिम बैठक के बाद सी.ओ.सी. ने इनके अलावा अडानी को भी दोबारा बिड करने को कहा है। सी.ओ.सी. चाहती है कि उनको कंपनी बिकने से ज्यादा से ज्यादा पैसा मिल सके। हालांकि अडानी की बिड 3300 करोड़ रुपए की थी।
पतंजलि का रुचि सोया के साथ पहले से है टाईअप
पतंजलि का पहले से ही रुचि सोया से टाईअप है। यह कंपनी बाबा की कंपनी को खाद्य तेल की आपूर्ति करती है। इस कंपनी के ऊपर 12,000 करोड़ रुपए का कर्ज है और यह इनसॉल्वैंसी प्रोसैस के तहत है। कंपनी महाकोश, सनरिच, रुचि स्टार और रुचि गोल्ड के नाम से खाद्य तेल की मार्कीटिंग करती है।