नई दिल्ली। अपुष्ट व भ्रामक खबरों को लेकर वाट्सएप विवादों में है और इस पर नियंत्रण को लेकर केंद्र सरकार व सुप्रीम कोर्ट भी गंभीर है। इन सबके बीच भाजपा दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए वाट्सएप को हथियार बनाएगी। इसके जरिये वह नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों व पार्टी की नीतियों को आम व्यक्ति तक पहुंचाएगी।
इसके साथ ही इससे विरोधियों के दुष्प्रचार को भी जवाब दिया जाएगा। भाजपा सोशल मीडिया को अपनी बात पहुंचाने का प्रभावशाली मंच मानती है। पिछले चुनाव में भी वह इसके जरिये आम जनता तक पहुंचने में सफल रही थी। इस बार भी वह इसके प्रयोग को लेकर गंभीर है। पार्टी मानती है कि अन्य दल भी अब सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाने लगे हैं, इसलिए भाजपा कार्यकर्ताओं को ज्यादा मेहनत करने और इसके नए तरह से प्रयोग करने की जरूरत है।
इसी कड़ी में बूथ स्तर पर वाट्सएप का प्रयोग करने वाले लोगों को पार्टी अपने साथ जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। प्रत्येक बूथ पर वाट्सएप प्रयोग करने वाले ऐसे 25 लोगों की सूची तैयार की जा रही है जिनके पास भाजपा की कोई जिम्मेदारी नहीं है। इस तरह से ये या तो सामान्य कार्यकर्ता होंगे या फिर आम नागरिक। प्रत्येक जिला इकाई को ऐसे लोगों की सूची तैयार कर प्रदेश कार्यालय में जमा कराने को कहा गया है।
दिल्ली में 12 हजार से अधिक बूथ हैं। इस तरह से तीन लाख के करीब लोगों का नाम व नंबर पार्टी के पास होगी। इन्हें एक साथ मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा सकती है। इसके साथ ही विरोधी दलों के दुष्प्रचार को जवाब देने में भी आसानी होगी।
सूची तैयार करते समय कोई गड़बड़ी नहीं हो इसलिए इसकी निगरानी भी की जाएगी। प्रत्येक जिला इकाई से पेन ड्राइव में सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसकी औचक जांच भी होगी जिससे पता चल सके कि किसी पदाधिकारी या उसके परिवार के लोगों का नाम तो नहीं शामिल कर लिया गया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि कई जिलों ने सूची उपलब्ध करा दी है जो बचे हुए हैं वह भी अगले दो-चार दिनों में यह काम पूरा कर लेंगे।
सोशल मीडिया को लेकर केंद्रीय नेतृत्व बेहद गंभीर है। ऐसे लोगों को भी पार्टी अपने साथ जोड़ रही है जो सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का समर्थन करते हैं। ऐसे लोगों के साथ पिछले महीने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बैठक कर चुके हैं। कुछ दिनों पहले दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने भी इन लोगों के साथ बैठक की थी। इसके साथ ही जिला व मंडल स्तर पर भी सोशल मीडिया इकाई बनाने का निर्देश दिया गया है।