पिता ने पेंशन में से हिस्सा नहीं दिया तो नाराज बेटे ने माता-पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। वे जिंदा नहीं बचें, इसके लिए गोली मारने के बाद धारदार हथियार से काट डाला। घटना पटना के बिहटा स्थित बेचु टोला की है। घटना के बाद आरोपित बेटा फरार है।
बेटे ने सुला दी मौत की नींद
जानकारी के अनुसार बिहटा थाना क्षेत्र के नेउरा के बेचू टोला गांव में पेंशन राशि हड़पने के लिए बेटे ने पिता से बकझक की और इसके बाद बुधवार को मां और पिता, दोनों की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगने के बाद मुनारिक राय (70) और उनकी पत्नी फूल देवी (68) ने घटनास्थल पर दम तोड़ दिया। रेलवे से सेवानिवृत्त मुनारिक राय पर गोली बरसाने के बाद धारदार हथियार से हमला किया, जिससे उनके जीवित रहने की गुंजाइश न बचे। घटना को अंजाम देकर हत्यारा अवधेश राय फरार हो गया।
अवधेश के भाई रमेश ने बताया कि खाना खाने के बाद वे छत पर सोने चले गए थे। रात 12 बजे के आसपास अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी। नीचे उतरे तो देखा कि पिता और मां मृत पड़े हैं। आसपास में खून बिखरा है। फायरिंग की आवाज पर ग्रामीण भी पहुंच गए।
इस बीच अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपित अवधेश राय और उसकी पत्नी फरार हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने अवधेश के साढ़ू की बच्ची महिनामा निवासी निक्की कुमारी को बंधक बना कमरे में बंद कर दिया।
सात घंटे बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
सूचना पर बिहटा थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह, नेउरा थाना प्रभारी प्रशांत कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेना चाहा तो परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए। हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सात घंटे बाद लोगों को पुलिस अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने समझाकर शांत कराया।
पेंशन राशि पर थी बेटे की नजर
मुनारिक राय के दो पुत्र रमेश राय और अवधेश राय हैं। दोनों पटना में छड़ फैक्ट्री में मजदूरी करते हैं। दोनों भाई में अक्सर झगड़ा होने पर मुनारिक राय ने संपत्ति को बांट दिया था। अवधेश और उसकी पत्नी द्वारा प्रताडि़त किए जाने पर मुनारिक राय पत्नी के साथ बड़े बेटे रमेश राय के साथ रहते थे। मुनारिक की पेंशनपर अवधेश राय की नजर रहती थी। हमेशा वह माता-पिता के साथ गाली-गलौज और मारपीट करता था। एक सप्ताह पूर्व रुपये नहीं देने पर अवधेश ने हत्या की धमकी दी थी।
नींद में थे माता-पिता, तभी किया हमला
मंगलवार की रात मुनारिक राय घर के बाहर और उनकी पत्नी बरामदे में सो रही थी। अवधेश अपने साले एवं अन्य लोग के साथ हथियार से लैस होकर पहुंचा और पहले मुनारिक राय को फिर बरामदे से सो रही फूल देवी को गोली मार दी। गोली मारने के बाद धारदार हथियार से भी प्रहार किया ताकि दोनों जिंदा न बच सकें।