स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने दस साल के दौरान औद्योगिक निवेश का ड्रामा किया है। पांच सौ से ज्यादा कंपनियों के साथ एमओयू साइन करके पंजाब को हजारों करोड़ के निवेश का सपना दिखाया, लेकिन निवेश के नाम पर केवल खानापूर्ति ही हुई। दूसरी तरफ कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बिना किसी प्रचार व खर्च के अब तक 47,116 करोड़ के निवेश वाले 170 कंपनियों के साथ एमओयू साइन हो चुके हैं।
सिद्धू ने आरोप लगाया कि अकाली दल व सुखबीर के करीबी नेता तथा विधायक एनके शर्मा, रणजीत सिंह गिल, मोहाली के मेयर कुलवंत सिंह ने निवेश के लिए करोड़ों के समझौते तो अपनी-अपनी कंपनियों के जरिए किए, लेकिन चवन्नी का निवेश नहीं किया। रिएल एस्टेट कारोबार में 84 कंपनियों ने 59102.2 करोड़ के निवेश को लेकर सरकार के साथ एमओयू साइन किए थे। इनमें से केवल 6 कंपनियां ही आईं। इनमें भी ज्यादातर प्रोजेक्ट वही थे जो पहले से चल रहे थे।
391 कंपनियों से करार, 46 ने ही किया निवेश
सिद्धू ने कहा कि 2013 के प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टमेंट प्रमोशन समिट में 128 कंपनियों के साथ 66,936.2 करोड़ के निवेश को लेकर समझौते किए गए थे, लेकिन 61 कंपनियों ने ही निवेश किया है। 2015 की समिट में 391 कंपनियों के साथ करार किया गया। इनमें से केवल 46 कंपनियों ने निवेश किया। उन्होंने कहा कि जीवीके, डीएलएफ, रिलायंस जिओ, सीवीसी इंडिया इंफ्रा आदि ने करोड़ों के निवेश के समझौते किए, पर एक पैसा नहीं लगाया। पंजाब के ट्राइटेंड जैसे ग्रुप ने भी समझौता करने के बाद मध्य प्रदेश में निवेश किया।
सिद्धू झूठे हैं, अपनी एक उपलब्धि गिनाएं : अकाली दल
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि सिद्धू झूठे और जोकर की तरह हैैं। उन्होंने अकाली दल के खिलाफ झूठे आरोप और दुष्प्रचार को अपनी आदत में शुमार कर लिया है। उन्होंने सिद्धू पर पलटवार करते हुए कहा कि सिद्धू मंत्री बनने के बाद बीते एक साल में अपनी एक भी उपलब्धि हो तो गिनाएं। वे केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए काम कर रहे हैं।
ग्रेवाल ने कहा कि पंजाब को पावर सरप्लस करने के मामले में कैप्टन भी स्वीकार करते हैं कि यह पिछली सरकार की दूरदर्शिता है। विश्वस्तरीय सड़क व एयर कनेक्टिविटी की सुविधा भी पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की देन है। सोनालिका का नया प्लांट, कपूरथला में आइटीसी फूड पार्क में बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों ने इनवेस्ट किया है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने पंजाब में इनवेस्ट का माहौल तैयार किया। इसके चलते इन्फोसिस, नैरोलैक, अडानी, अपोलो अस्पताल व सेंच्युरी प्लाईवुड जैसी कंपनियों ने पंजाब में अपना उद्योग स्थापित किया। पिछली सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ अमृतसर का बीआरटीसी प्रोजेक्ट सिद्धू ने लटका रखा है।