(Pi Bureau)
नई दिल्ली : पाकिस्तान की सियासत में हंसिये पर पड़े पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने भारत पाक के तनावपूर्ण रिश्तो को और तल्ख़ करते हुये जमात उद दावा के हाफिज़ सईद की वकालत कर डाली है । उन्होंने एक बड़ा बयान देते हुये कहा है कि जमात-उद-दावा का सरगना 2008 के मुंबई हमलों में शामिल नहीं था। मुशर्रफ ने कहा कि मैं नहीं मानता कि 26/11 के हमलों के पीछे सईद का हाथ था। हम उसे आतंकवादी नहीं कहते है ।
हाफिज सईद को नजरबंद किए जाने के बाबत पूर्व सैन्य शासक ने कहा कि हाफिज सईद का मुद्दा केवल भारत के लिए मुद्दा है, अमेरिका के लिए नहीं। अमेरिका हक्कानी और शाकिल अफरीदी के बारे में बात कर रहा है लेकिन वो सईद के बारे में बात नहीं कर रहा। केवल भारत ही सईद के मुद्दे को बार बार उठा रहा है ।
बताते चले कि 30 जनवरी को पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद और उसके संगठनों के चार सहयोगियों को लाहौर के घर में नजरबंद करने का आदेश दिया था। 68 साल के सईद को 90 दिनों के लिए नजरबंद कर दिया गया था। रिपोर्टों के अनुसार ट्रंप प्रशासन के हाफिज सईद और उसके संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के दबाव में पाकिस्तान को ऐसा कदम उठाना पड़ा।
इसके अलावा आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हाफिज सईद पर अमेरिका द्वारा 10 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित है। अमेरिका ने सईद के संगठन को जून 2014 में ही विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है।
आपको बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने लाहौर हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल करके उसके आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने की पुष्टि की थी।