डॉलर के मुकाबले रुपया फिसलकर पहुंचा 72.66 के स्तर पर

एक तरफ देश में पेट्रोल और डीजल के दाम रोज बढ़ रहे हैं वहीं रुपया लगातार फिसलता जा रहा है। सोमवार को एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबला रुपाय फिसलकर अपने निम्नतम स्तर 72.66 पर पहुंच गया। गौरतलब है कि शुक्रवार के कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 71.73 पर बंद हुआ था।

क्या कहते है विशेषज्ञ?

केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि रुपये की स्थिति अभी भी चिंताजनक है। अगर सितंबर तिमाही की बात करें तो रुपया 73.67 से 74 की रेंज में कारोबार करता नजर आ सकता है। वहीं अगर साल 2018 की बात करें तो रुपया 75 का स्तर भी छू सकता है।

रुपये में गिरावट के बड़े कारण

कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च हेड डॉ रवि सिंह ने बताया कि रुपये में गिरावट के प्रमुख कारण निम्न हैं..

चीन और अमेरिका के बीच जारी ट्रेड वॉर से डॉलर मजबूत हो रहा है जो कि सीधे तौर पर रुपये पर असर डाल रहा है।

आरबीआई अभी तक करीब 22 बिलियन डॉलर का फॉरेक्स रिजर्व का इस्तेमाल कर चुका है ताकि रुपये की स्थिति संभले लेकिन हालात अभी नहीं सुधरे हैं।

स्टॉक मार्केट में भी तेजी जारी है जिससे एफआईआई प्रॉफिट बुकिंग कर रहे हैं और बाजार से डॉलर खींच रहे हैं।

क्रूड की बढ़ती कीमतें भी रुपये की इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं।

 

 

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