(Pi Bureau)
नई दिल्ली : पंजाब और उसके बाद दिल्ली निकाय चुनाव में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी में अंदरूनी रार थमने का नाम नहीं ले रही है । ताजा विवाद में आम आदमी पार्टी के नेता और कवि कुमार विश्वास के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पार्टी के विधायक अमानतु्ल्लाह के खिलाफ बगावत होनी शुरु हो गई है। पार्टी के करीब 40 विधायकों ने केजरीवाल को अपने हस्ताक्षर कर एक मांग पत्र सौंपा है। पार्टी विधायको ने मांग की है “ विधायक अमानतुल्लाह को पार्टी से या कम से कम पीएसी से निकला जाये ।
मौजूदा परिस्थितियों से निपटने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल आज मनीष सिसोदिया से भी मुलाकात कर सकते है ।
फिलहाल यह कहा जा सकता है कि आज की बैठक में ही यह महत्वपूर्ण फैंसला होगा कि अमानतुल्लाह पार्टी में रहेंगे या बाहर किए जाएंगे ।
इस प्रकरण पर आप विधायक अलका लांबा ने कहा है कि पार्टी में किसी तरह का कोई कलह नहीं है लेकिन अमानतुल्लाह को अपनी बात पहले पार्टी फोरम में रखनी चाहिए थी। इस तरह मीडिया में बात लाने से उन्होंने आग में घी डालने का काम किया है।
गौरतलब है कि रविवार को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सदस्य और विधायक अमानतुल्लाह खान ने वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
उधर, अमानतुल्लाह का बयान आने के थोड़ी देर बाद ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विश्वास को अपना छोटा भाई बताते हुए दोनों के बीच दरार डालने वालों को पार्टी का दुश्मन तक करार दिया है।
अमानतुल्ला ने आरोप लगाया कि कुमार विश्वास आप पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वह अपने घर विधायकों को बुलाकर खुद को संयोजक बनवाने की बात कर रहे हैं। अमानतुल्ला ने यह भी कहा भाजपा में उनकी इंट्री नहीं हो सकी , इस लिए वह विधायको को अपने घर में मीटिंग बुलाकर भाजपा में जाने की तैयारी में थे बीजेपी हर एक विधायक को 30 करोड़ रुपये देने का तैयार है।
वहीँ दूसरी तरफ , अमानतुल्ला ने आरोप लगाया कि यह साजिश बीजेपी के इशारे पर हो रही है। इस काम के लिए विश्वास ने चार विधायकों को लगा रखा है। यही टीम बाकी विधायकों को विश्वास के घर ले जा रही है।
अमानतुल्ला के मुताबिक, यह बात आप के विधायकों ने उन्हें बताई है। शनिवार को एक मंत्री के यहां चारों विधायको की बैठक भी हुई थी। मीडिया में अमानतुल्ला का बयान आने के बाद एक बार फिर आप में तूफान मच गया।
इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर मामले को शांत करने की कोशिश की। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि कुमार विश्वास उनके छोटे भाई हैं। कुछ लोग दोनों के बीच दरार दिखा रहे हैं। ऐसे लोग पार्टी के दुश्मन हैं। वो बाज आएं। उन्हें कोई अलग नहीं कर सकता।