बादल ने आरोप लगाया कि ये वे तत्व हैं, जिन्हें हमेशा से कांग्रेस का समर्थन रहा है और कांग्रेस सत्ता में आने के बाद फिर सरगर्म हो गए हैं। बादल ने कहा कि ये नापाक गठजोड़ सिखों को दोबारा 1980 वाले खूनी रास्ते की तरफ धकेलने में लगा है। बादल ने एलान किया कि उन्हें सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा मुहैया कराई सुरक्षा की जरूरत नहीं है।
सरकार को अगर यह सुरक्षा फालतू लगती है तो वह वापस ले सकती है। बादल ने कहा कि उन्हें सुरक्षा देने जैसी चालें चलने के बजाय सीएम शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बचाने पर ध्यान लगाएं। सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले खतरनाक खेल खेलना बंद करें। बादल ने कहा कि हर कोई जानता है कि पंजाब में गर्मख्याली राजनीति और खतरनाक नारों के पीछे हमेशा से कांग्रेस ही रही है। जिसका मकसद सिखों को उनके निर्वाचित प्रतिनिधियों के जरिए पवित्र गुरधामों की सेवा से वंचित करना है। कैप्टन अमरिंदर सिंह सरेआम एसजीपीसी पर कब्जे इच्छा जाहिर कर चुके हैं।