कपिल मिश्रा मंत्री पद से हटाये गए , कुमार विश्वास ने किया तंज , आप में गतिरोध जारी !!!

(Pi Bureau)

 

 

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी में अभी गतिरोध बना हुआ है । पिछले दिनों हुआ मेल मिलाप काम नहीं कर रहा है । आम आदमी पार्टी के भीतर अब कुमार विश्वास समर्थको को अब संगठन और सर से किनारे लगाया जा रहा है ।  ताज़े घटनाक्रम में कुमार विश्वास के करीबी और दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा को उनके पद से हटा दिया है। कैलाश गहलोत को कपिल मिश्रा की जगह दी गई है। इसके साथ ही राजेंद्र पाल गौतम को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।

कपिल मिश्रा ने शनिवार को ट्वीट करके कहा था कि वह रविवार सुबह टैंकर घोटाले को लेकर बड़ा खुलासा करेंगे। लेकिन, इसके पहले ही केजरीवाल सरकार ने उन्हें मंत्री पद से हटा दिया है। बता दें कि आम आदमी पार्टी में कपिल मिश्रा की अच्छी पकड़ रही है। उन्हें कुमार विश्वास का करीबी भी माना जाता है।

 

अरविंद केजरीवाल ने कपिल मिश्रा को मंत्री पद से हटाए जाने की खबर को री-ट्वीट कर इस खबर की पुष्टि की है। ट्वीट में कैलाश गहलोत और राजेंद्र गौतम को मंत्री बनाए जाने की जानकारी दी गई है।  कपिल की जगह कैलाश गहलोत को पर्यटन मंत्री बनाया गया है।

 

फिलहाल कपिल के हटाए जाने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। सूत्रों की मानें, तो इसे एमसीडी चुनावों से पहले दिल्ली में पानी की किल्लत के कारण उनको हटाने की बात सामने आ रही है।

 

गौरतलब है कि साल अगस्त 2015 में कपिल मिश्रा ने दिल्ली जल बोर्ड टैंकर घोटाले की जांच की बात कही थी। दिल्ली के कानून मंत्री के तौर पर तब उन्हें कानून मंत्री के पद से भी हटाया गया था। तब उन्होंने केजरीवाल को एक चिट्ठी भी लिखी थी।

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए कहा कि कैबिनेट में दो मंत्री शामिल किए गए हैं। दिल्ली कैबिनेट में दो पद खाली थे, इसमें कैलाश गहलोत और राजेंद्र गौतम को जगह दी गई है।

सिसोदिया ने कपिल मिश्रा के बारे में बताया कि कपिल मिश्रा को जो जिम्मेदारी दी गई थी। उसमें वह पूरी तरह से खरे नहीं उतरे। हालांकि, उन्होंने काफी कोशिश की, लेकिन वाटर मैनेजमेंट उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। ऐसे में सीएम केजरीवाल कपिल मिश्रा की जगह कैलाश गहलोत को लेकर आए हैं।

विश्वास के करीबी हैं कपिल मिश्रा

पिछले दिनों कपिल मिश्रा ने एमसीडी चुनाव की हार के बाद कुमार विश्वास के बयान का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि चुनाव में आप ईवीएम के कारण नहीं हारी है। उन्होंने कहा था ‘आत्मविश्लेषण का समय आ गया है। दो वर्ष बाद हमें ऐसा दिन क्यों देखना पड़ रहा है। चाहे मोदी लहर हो या नहीं, यह स्पष्ट हो गया है कि लोगों ने हमें वोट नहीं दिया है। आज वास्तविकता यह है कि हमें 2015 की तुलना में कम सीटें मिली हैं। परिणाम को महज ईवीएम पर दोष मढ़कर नहीं देखा जा सकता है।’

उधर कपिल को निकले जाने के बाद कुमार विश्वास ने भी ट्वीट किया और कहा कि  भ्रष्ट्राचार के खिलाफ उनकी जंग जारी रहेगी।

 

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